चंपई कैबिनेट विस्तार के बाद कांग्रेस में घमासान, 12 विधायक आज राज्य से बाहर जाएंगे
16 फरवरी (शुक्रवार) को झारखंड कैबिनेट के विस्तार में कांग्रेस खेमे से 4 विधायकों को फिर से चंपाई सरकार के कैबिनेट में जगह मिली.
रांची : 16 फरवरी (शुक्रवार) को झारखंड कैबिनेट के विस्तार में कांग्रेस खेमे से 4 विधायकों को फिर से चंपाई सरकार के कैबिनेट में जगह मिली. ये सभी पूर्ववर्ती हेमंत सोरेन की सरकार में भी मंत्री रहे थे. वहीं इन्हें फिर से मंत्री बनाए जाने और नए चेहरों को जगह नहीं मिलने से कांग्रेस कोटे के विधायकों के बीच घमासान शुरू हो गई है. 12 विधायक नाराज चल रहे है. खबर है कि आज सभी नाराज विधायक आज राज्य से बाहर जाएंगे.
बता दें, सभी विधायक चंपाई मंत्रिमंडल में कांग्रेस खेमे से नए चेहरे को मौका नहीं दिए जाने से नाराज चल रहे है. चंपाई कैबिनेट में मंत्री पद की दावेदारी कर रहे विधायकों को जब 15 फरवरी को यह खबर मिली कि मंत्री रह चुके विधायकों को ही फिर से मंत्रिमंडल में जगह मिल रही है तो वे नाराज हो गए. आपको बता दें, 15 फरवरी की रात से ही कांग्रेस के 12 विधायक नाराज है.
देर रात 8 बजे विधायकों ने प्रदेश अध्यक्ष को सौंपा ज्ञापन
वहीं 16 फरवरी को कैबिनेट विस्तार से पहले करीब 4 घंटे तक इन विधायकों की नाराजागी का ड्रामा देखने को मिला. दोपहर में सभी विधायक सर्किट हाउस के एक बंद कमरे में इकट्ठा हुए थे. जहां उन्हें मनाने के लिए प्रदेश प्रभारी, प्रदेश अध्यक्ष और विधायक दल के नेता पहुंचे थे. करीब डेढ़ घंटे के बाद विधायकों ने राजभवन जाने में हामी भरी और वे राजभवन में आयोजित शपथ समारोह में शिरकत भी किए लेकिन इसके बाद वे फिर से सर्किट हाउस में एकजुट हुए. इसके बाद देर रात 8 बजे पार्टी प्रदेश अध्यक्ष राजेश ठाकुर के आवास पहुंचे जहां पर सभी 12 विधायकों ने उन्हें एक ज्ञापन सौंपा. अपने ज्ञापन में उन्होंने पार्टी के चारों विधायक जो फिर से मंत्री बनाए गए, उन्हें बदलने की मांग की.
रांची से दिल्ली के लिए रवाना होंगे नाराज विधायक
प्रदेश अध्यक्ष राजेश ठाकुर से मुलाकात के बीच विधायकों ने पार्टी को अपने इस बात से भी अवगत कराया है कि जबतक मंत्री की शपथ ले चुके विधायक बदले नहीं जाएंगे तो वे रांची या राज्य से बाहर चले जाएंगे. वहीं आज शाम 4:00 बजे सभी विधायक रांची एयरपोर्ट पहुंचेंगे. यहां से 4:40 की फ्लाइट से पहले वे दिल्ली जाएंगे और उसके बाद दिल्ली से आगे वे कहां जाएंगे इस बात को उन्होंने गोपनीय रखा है. इसके साथ ही विधायकों ने यह संकेत भी दिए है कि शुक्रवार (23 फरवरी) से चलने वाले झारखंड विधानसभा का बजट सत्र में भी वे तबतक शामिल नहीं होंगे जबतक आलाकमान चार मंत्रियों को बदल नहीं देते हैं. कैबिनेट विस्तार के बाद कांग्रेस खेमें के विधायकों की नाराजगी लगातार बढ़ती ही जा रही है.