Chandil चांडिल : चांडिल अनुमंडल क्षेत्र में जंगली हाथी दहशत का दूसरा नाम बन चुका है. जंगली हाथियों के उत्पात से पूरे विधानसभा क्षेत्र की जनता त्राहिमाम कर रही है. आए दिन हाथियों का झुंड आबादी वाले क्षेत्र में पहुंचकर अपनी दमदार उपस्थिति दर्ज करा रहे हैं. ऐसे में लोग भयभीत होकर दिन तो गुजार रहे हैं, लेकिन रात बीताना उनके लिए भारी पड़ रहा है. सोमवार की रात भी अनुमंडल के अलग-अलग स्थानों में जंगली हाथियों ने अपनी उपस्थिति दर्ज कराई है. क्षेत्र में हाथियों के झुंड के घूमने के कारण शाम ढलने के बाद लोगों का घर से बाहर निकलना मुश्किल हो गया है. लोग खेत में लगी अपनी फसल की भी रक्षा नहीं कर पा रहे हैं.
फसल को बनाया अपना आहार
सोमवार की रात कुकडू नीचे टोला के रहने वाले टोनीराम कुमार के खेत में लगह सब्जी की फसल को नुकसान पहुंचाया. बताया जा रहा है कि उनके अलावा तीन-चार अन्य किसानों के खेतों में लगी फसल को भी हाथियों के झुंड ने आहार बनाकर और रौंदकर नुकसान पहुंचाया है.
20 की संख्या में हाथियों का झुंड विचरण कर रहा
इस क्षेत्र में करीब 20 की संख्या में हाथियों का झुंड विचरण कर रहा है. लोगों ने बताया कि कुकडू के नीचे टोला में हाथियों का झुंड करीब 3.50 बजे धावा बोला. ग्रामीणों ने वन विभाग से जल्द से जल्द घटनास्थल का मुआयना करते हुए क्षति का आकलन करने और जंगली हाथियों के झुंड को वापस जंगल की ओर पहुंचाने की मांग की है. लोगों ने विभाग से तत्काल क्षतिपूर्ति की राशि का भुगतान करने की भी मांग की है.
वापस लौट रहे हाथियों का झुंड
कुछ दिन पहले क्षेत्र से सारंडा जंगल की ओर गए जंगली हाथियों का झुंड अब फिर से वापस लौट रहा है. 40 हाथियों का झुंड सोमवार की रात खूंचीडीह और कांड्रा के बीच जंगलों तक पहुंचने की बात कही जा रही है. वन विभाग का कहना है कि हाथियों का झुंड वापस लौट रहा है, लेकिन अबतक क्षेत्र में प्रवेश नहीं किया है. जंगली हाथियों के आबादी वाले क्षेत्र में पहुंचने की जानकारी वन विभाग ग्रामीणों तक तत्काल पहुंचाए. ग्रामीणों ने कहा कि वन विभाग को जंगली हाथियों के पहुंचने की जानकारी देकर लोगों को सावधान करना चाहिए, ताकि किसी प्रकार का नुकसान नहीं हो. सरकार की व्यवस्थाओं की जानकारी भी सार्वजनिक किया जाना चाहिए. ग्रामीणों ने कहा कि वन विभाग की ओर से हाथी प्रभावित क्षेत्रों में वाच टावर भी बनाया जाना चाहिए.