राँची न्यूज़: सर्कुलर रोड स्थित भगवान बिरसा मुंडा स्मृति उद्यान को 117 करोड़ रुपए की लागत से संवारा गया था। उद्यान में लगाए गए पौधे अभी बढ़ना शुरू हुए थे। उसकी खूबसूरती दिखना बाकी थी, इससे पहले ही उसे उजाड़ दिया गया। पौधों को इस तरह तोड़-मरोड़ कर हटाया जा रहा है कि उद्यान की सुरक्षा में तैनात सुरक्षाकर्मियों के मुंह से भी आह निकल रही है। डर से वे कुछ नहीं बोल रहे हैं, लेकिन दबी जुबान से सभी को कोस रहे हैं। दरअसल, आदिवासी दिवस के मौके पर बिरसा मुंडा स्मृति उद्यान में मुख्य समारोह का आयोजन किया जाना है, इसलिए पूरे परिसर में टेंट लगाए जा रहे हैं।
फूल के सैकड़ों पौधों को पोकलेन से रौंदा, गमले तोड़े
दिल्ली की इवेंट कंपनी के कर्मचारी उद्यान में लगे पौधों को जड़ से उखाड़ कर घास की तरह फेंक रहे हैं। पार्किंग के ऊपर लगाए गए सफेद रंग के गमलों को हटाने के दौरान तोड़ा जा रहा है। फूल के सैकड़ों पौधों को क्रेन और पोकलेन से रौंद दिया गया। िफर भी इवेंट कंपनी के कर्मचारी बताते रहे कि पौधों को हटाकर सुरक्षित रखा जा रहा है, लेकिन सच्चाई इससे परे है। स्थानीय लोग इवेंट कंपनी की कार्यशैली और प्रशासन के रवैये का विरोध भी कर रहे हैं, लेकिन कोई सुनने वाला नहीं है।