झारखंड के पूर्व सीएम बाबूलालमरांडी ने सीएम हेमंत सोरेन पर विपक्षी दलों की बैठक में शामिल होने की वजह से जमकर हमला बोला. उन्होंने हेमेंत सोरेन को 'फर्जी मुकदमा मंत्री' की संज्ञा दे डाली. बाबूलाल मरांडी ने ट्वीट किया, 'झारखंड में लूटतंत्र के संस्थापक, “फर्जी मुकदमा मुख्यमंत्री” और बिचौलियों - दलालों के "साहब" भी कल कह रहे थे कि लोकतंत्र पर प्रहार हो रहा है.मतलब, सूप तो सूप छलनी भी बोली जिसमें बहत्तर छेद.'
मरांडी ने आगे लिखा, 'झारखंड को लूट का चारागाह बनाने वाले, अरबों रुपये की अवैध संपत्ति, ज़मीन-जायदाद अर्जित करने वाले, गरीबों - आदिवासियों को सताने वाले, बिचौलियों - दलालों को डकैती करने की खुली छूट देने वाले, माफियाओं - अपराधियों को पोषित करने वाले, सरकारी राजस्व को अरबों रुपये का चूना लगाने वाले, अपने संरक्षण में इतिहास का सबसे बड़ा जमीन घोटाला करवाने वाले लोकतंत्र की दुहाई देकर केंद्रीय जांच एजेंसियां से अपना गला बचाना चाहते हैं.'
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एक अन्य ट्वीट में बाबूलाल मरांडी ने लिखा, 'मुझे आश्चर्य होता है कि देश में कैसे कैसे लोग लोकतंत्र बचाने के नाम पर अपनी दुकान चला रहे हैं. इसी में हैं ममता बनर्जी. पश्चिम बंगाल को तुष्टिकरण का लेबोरेटरी बनाने वाली ममता बनर्जी के शासनकाल को इतिहास में भयंकर लूटमार और हिंसा के लिए याद किया जाएगा.जिस राज्य में एक छोटा से छोटा चुनाव भी हिंसा, खून खराबे के बिना नहीं हो सकता, जहाँ की पुलिस हिंदुओं पर हो रहे अत्याचार को नहीं रोक पा रही हो, जहाँ केंद्रीय अर्द्धसैनिक बलों की तैनाती के बिना शांतिपूर्ण मतदान नहीं हो सकता, वहाँ की मुखिया भी लोकतंत्र बचाने निकल पड़ी हैं. यह सब आडंबरी, पाखंडी, ढोंगी लोग हैं.'
बता दें कि बिहार के सीएम नीतीश कुमार की अगुवाई में पटना में विपक्षी दलों की बैठक हुई थी. बैठक में राहुल गांधी, मल्लिकार्जुन खड़गे, ममता बनर्जी, डी राजा, महबूबा मुफ्ती, उद्धव ठाकरे, अरविंद केजरीवाल, भगवंत मान समेत तमाम नेता शामिल हुए थे.