Jharkhand: श्री चाईबासा गौशाला परिसर में पिछले 124 वर्षों से आयोजित होने वाले तीन दिवसीय गोपाष्टमी मेला का आयोजन 25, 26 एवं 27 नवंबर को किया जाएगा। वर्ष 1901 में स्थापित श्री चाईबासा गौशाला परिसर में प्रत्येक वर्ष वार्षिकोत्सव सह गोपाष्टमी मेला का आयोजन होता आ रहा है। श्री चाईबासा गौशाला के सचिव एवं शहर के उद्योगपति सह समाजसेवी बनवारीलाल नेवटिया ने बताया कि प्रत्येक वर्ष की भांति इस वर्ष भी गोपाष्टमी मेला का आयोजन भव्य तरीके एवं धूमधाम से किया जाएगा। विधानसभा चुनाव को देखते हुए गोपाष्टमी मेला की तिथियों में परिवर्तन किया गया था।
सर्वसम्मति से वार्षिक सम्मेलन का उद्घाटन 25 नवंबर को अपराह्न 4 बजे श्री चाईबासा गौशाला परिसर में उपायुक्त कुलदीप चौधरी एवं जिला पुलिस अधीक्षक आशुतोष शेखर द्वारा गौशाला के पदाधिकारियों एवं जिले के अन्य प्रशासनिक पदाधिकारियों की उपस्थिति में विधिवत दीप प्रज्वलित कर किया जाएगा। । श्री चाईबासा गौशाला गौरवशाली 124 वर्षों से गौ माता की सेवा में समर्पित है तथा स्थापना काल से ही लगातार गोपाष्टमी मेला का आयोजन करती आ रही है। इस वर्ष आयोजित हो रहे भव्य मेले में चाईबासा एवं आसपास के क्षेत्रों से आने वाले आम लोगों के आनंद के लिए विभिन्न प्रकार के झूले होंगे, जिनमें ब्रेक डांस, टावर झूला, ज्वाइंट व्हील, ड्रैगन ट्रेन, नाव झूला, मिक्की माउस, मारुति सर्कस,व्यंजन जैसे खाजा, गोलगप्पा, बर्गर, मोमोज, समोसा, विभिन्न प्रकार के केक एवं मिठाई की दुकानें शामिल हैं।
मेले में हस्तनिर्मित पारंपरिक वस्तुएं, बांस की टोपी, सौंदर्य प्रसाधन, क्रॉकरी आइटम, कृषि उपकरण, कृषि उत्पाद, गन्ना, फोटो स्टूडियो, मेले में अपनी उपस्थिति दर्ज कराने के लिए फोटो स्टूडियो एवं सबसे महत्वपूर्ण तुला दान की भी व्यवस्था होगी। मेले में पश्चिमी सिंहभूम एवं आसपास के जिलों के अलावा ओडिशा से भी बड़ी संख्या में लोग आते हैं।