गर्मी आते ही हजारीबाग में बिजली व्यवस्था चरमरा गई, जनता बेहाल

गर्मी आते ही हजारीबाग के बिजली व्यवस्था चरमरा गई है.

Update: 2024-04-26 08:20 GMT

हजारीबाग : गर्मी आते ही हजारीबाग के बिजली व्यवस्था चरमरा गई है. हालात इतने बिगड़ गए हैं कि आम लोगो को 24 घंटे में 9 से 10 घंटे ही बिजली मिल रही है. कभी हाई वोल्टेज कभी लो वोल्टेज से लोग परेशान है. ग्रामीण क्षेत्र की समस्या तो और गंभीर है. इन क्षेत्र में यदि बिजली चली गई तो कब आएगी इसका कोई अता पता नहीं. सारी व्यवस्था ठेकेदार के हाथों में सौंप दी गई है. एक ओर जहां बिजली की लगातार कटौती से लोग बेहाल है, वहीं दूसरे तरफ बढ़ता तापमान लोगों को परेशान कर रहा है. रामनवमी के पहले मेंटेनेंस के नाम पर बिजली विभाग ने करोड़ों रुपए खर्च किए, लेकिन इसका फायदा शहर के लोगों को नहीं मिला.

समस्या दिनों दिन गहराती चली गई. रामनवमी से पहले 20 से 25 दिनों तक शहरी इलाकों में हर फीडर का मेंटेनेंस किया गया. इस दौरान दिनभर बिजली काट कर पुराने जर्जर तार को बदलने, ट्रांसफार्मर आदि का मेंटेनेंस का कार्य हुआ. लेकिन जब गर्मी शुरू हुई तो समस्या जस की तस बनी रही. हर दिन तार जलने, जम्पर और फ्यूज कटने की शिकायतें निगम को मिलती रही. बिजली उपभोक्ता परेशान रहे. रहा सहा कसर पिछले मंगलवार की रात आई आंधी तूफान ने पूरी कर दी. आंधी के कारण पूरे जिले की बिजली व्यवस्था लगभग ठप सी हो गई.
विभाग जीरो कट का कई बार कर चुका है वादा
बिजली विभाग जीरो कट बिजली आपूर्ति के लिए हजारीबाग की जनता को कई बार वादा कर चुका है. लेकिन ऐसा कभी देखने को नहीं मिला. सीजन कोई भी हो बिजली की अनियमित आपूर्ति लोगों को वर्षों से परेशान करते आ रही है. गर्मी के मौसम में यह समस्या और गहरा जाती है. गांधी मैदान निवासी मनोज कहते है कि जनता बिजली के बिना मर रही है इससे लेना-देना किसी को नहीं है. बिजली विभाग के अधिकारी मेंटेनेंस के नाम पर करोड़ों की लूट कर रहे है.
वहीं जनप्रतिनीधयों को सिर्फ वोट से मतलब है. जनता किस परिस्थिति में है इन्हें कोई लेना-देना नहीं है. इस बार रामनवमी में उस क्षेत्र में विजली काट दी गई, जिस क्षेत्र में जुलूस का नामोनिशान नहीं था, भीड़ नहीं थी. लोग एक तरफ जहां गर्मी से परेशान थे, वहीं बिजली नहीं रहने के कारण पानी के बिना तरस गए है.


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