इंटरव्यू में धांधली और भ्रष्टाचार का लगा आरोप, रांची में दिखी नाराजगी

Update: 2022-07-30 14:24 GMT

रांची: झारखंड में कांग्रेस जिलाध्यक्षों के चयन के लिए आयोजित इंटरव्यू प्रक्रिया में धांधली और भ्रष्टाचार का आरोप लगा है। एक ओर अंदर में जहां कांग्रेस प्रभारी अविनाश पांडेय के नेतृत्व में जिलाध्यक्षों के लिए साक्षात्कार को लेकर विभिन्न जिलों से आये नेताओं को एक-एक कर अंदर कमरे में बुलाया जा रहा था, वहीं साक्षात्कार में आमंत्रित नहीं किये जाने से नाराज विभिन्न जिलों से आये कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने जमकर हंगामा किया। धनबाद, चतरा और अन्य जिलों से आये नेताओं-कार्यकर्ताओं ने कांग्रेस जिलाध्यक्षों के लिए चयन प्रक्रिया के तौर-तरीके पर नाराजगी जताते हुए कहा कि यदि आलाकमान किसी को भी जिलाध्यक्ष मनोनीत कर देता है, तो वह पार्टी कार्यकर्ता को स्वीकार्य होता है, लेकिन जिस तरह से अभी सिर्फ पैसे वाले या सामाथ्यवान लोगों को ही इंटरव्यू में बुलाया गया है और अन्य को इंटरव्यू तक के लिए आमंत्रित नहीं किया गया, उससे संगठन के आम कार्यकर्ताओं में खासा आक्रोश है।

झारखंड कांग्रेस के मिशन पर आरोप

कांग्रेस भवन के बाहर प्रदर्शन कर रहे नेताओं-कार्यकर्ताओं ने मीडियाकर्मियों को बताया कि इंटरव्यू में जिलाध्यक्ष पद के लिए वैसे नेताओं को आमंत्रित कर लिया गया था, तो कल तक कांग्रेस के प्राथमिक सदस्य नहीं थे, लेकिन जो लोग 1975-76 से कांग्रेस के प्राथमिक सदस्य के रूप में संगठन को सिंचने के कार्य में लगे थे, उन्हें इंटरव्यू से छांट दिया गया है। चतरा से आये संजय कुमार जायसवाल और आभा ओझा का कहना है कि पहले उनसभी से जिलाध्यक्ष पद के लिए आवेदन लिया गया, लेकिन अचानक बिना कोई ठोस कारण बताये उनका नाम छांट दिया गया है, जबकि इंटरव्यू में वैसे व्यक्ति का नाम भी शामिल है, जो कल तक पार्टी का प्राथमिक सदस्य भी नहीं था।

भ्रष्टाचार का भी लगा आरोप

इसी तरह से धनबाद से आये जितेंद्र कुमार सिंह समेत कई नेताओं का कहना है कि तीन पुश्त से उनका परिवार कांग्रेस में है, लेकिन आज जिलाध्यक्ष पद के लिए हो रहे चुनाव में लोगों को तरजीह दी जा रही है, जो हाल ही में दूसरे दल से आये हैं। कांग्रेस में जिलाध्यक्षों के लिए इंटरव्यू प्रक्रिया का विरोध कर रहे नेताओं यह भी आरोप लगाया कि जिलाध्यक्षों के चुनाव प्रक्रिया में भ्रष्टाचार का बोलबाला और भारी अनियमितता बरती जा रही है। विरोध प्रदर्शन कर रहे लोगों का कहना था कि अभी प्रदेश अध्यक्ष से लेकर कार्यकारी अध्यक्ष भी दूसरे दलों से आए हैं और संगठन पर कब्जा कर लिए हैं, ऐसे नेता संगठन को दीमक की तरह खोखला करने में लगे है, लेकिन इनके प्रयास को निष्ठावान कार्यकर्ता बेनकाब कर देंगे।

Tags:    

Similar News

-->