धनबाद न्यूज़: शहर की रेल कॉलोनियों में जलापूर्ति की समस्या के निदान के लिए धनबाद रेल मंडल को 70 लाख रुपए मिले हैं. इसमें जलापूर्ति की पाइपलाइन और फिल्ट्रेशन के लिए अलग-अलग राशि का आवंटन किया गया है. पिछले साल भी पाइप लाइन को बदलने के लिए धनबाद डिवीजन को 59 लाख 65 हजार रुपए मिले थे जबकि पाइप लाइन नेटवर्क और फिल्ट्रेशन यूनिट के लिए पिछले साल 23 लाख 82 हजार रुपए का आवंटन किया गया था.
धनबाद डिवीजन में नए कार्यों के लिए लंबी-चौड़ी सूची भेजी गई थी, लेकिन नए कार्यों के लिए बजट में धनबाद डिवीजन को राशि नहीं मिल सकी. अब डीआरएम व जीएम को मिलने वाले विशेष फंड से यात्री और रेलकर्मियों की सुविधाओं में इजाफा किया जाएगा. इस साल नए रेल क्वार्टरों के निर्माण के प्रस्ताव को राशि नहीं मिली.
साथ ही रेल कॉलोनियों की छतों की मरम्मत के लिए भी राशि का आवंटन नहीं किया गया. धनबाद डिवीजन ने रेल कॉलोनियों के 800 क्वार्टरों की छत की मरम्मत के लिए कोष की मांग की थी. 325 क्रंकीट छत को बदलने के लिए भी बजट मांगी गई थी. धनबाद डिवीजन ने 100 क्वार्टरों को नए सिरे से बनाने के लिए राशि मांगी थी. बोर्ड ने इन मांगों को ठुकरा दिया. समान्य पुल और गैंग हट के लिए भी बजट में पैसा नहीं दिया गया.
कतरास, कुसुंडा, पाथरडीह और पतरातू की मालगाड़ी परीक्षण यार्ड के लिए एक करोड़ 80 लाख रुपए मिले हैं. धनबाद स्टेशन के वाशिंग पिट में सुधार के लिए भी 25 लाख रुपए का प्रावधान किया गया है. धनबाद डिवीजन के प्रधानखंता-मानपुर रेलखंड और धनबाद-चंद्रपुरा रेलखंड में रेल पटरी और ओवरहेड तार की मरम्मत के लिए करोड़ों रुपए धनबाद डिवीजन के खाते में आएंगे.