जम्मू की पहाड़ियों पर आतंकवाद की छाया नहीं पड़ने देंगे: Amit Shah

Update: 2024-09-26 16:18 GMT
Bani: गृह मंत्री अमित शाह ने गुरुवार को कहा कि भाजपा नीत केंद्र सरकार जम्मू क्षेत्र की पहाड़ियों पर ‘‘आतंकवाद की छाया’’ भी नहीं पड़ने देगी क्योंकि उसने इस खतरे से निपटने के लिए ठोस कदम उठाए हैं और ग्राम रक्षा प्रहरियों को मजबूत किया है। शाह की यह टिप्पणी ऐसे समय में आई है जब डोडा, किश्तवाड़, कठुआ, उधमपुर और रियासी जिलों सहित जम्मू क्षेत्र के कई पहाड़ी इलाकों में अप्रैल से आतंकवादी घटनाओं में वृद्धि दर्ज की गई है।
गृह मंत्री ने कठुआ जिले के बानी विधानसभा क्षेत्र में एक चुनावी रैली में कहा, "पाकिस्तान जो चाहे करे, हम जम्मू क्षेत्र की पहाड़ियों में आतंकवाद की छाया नहीं पड़ने देंगे। हमने गांवों में वीडीजी और युवाओं को मजबूत किया है तथा आतंकवाद से लड़ने के लिए उन्हें इंसास राइफलें दी हैं।" कठुआ में 8 जुलाई को माचेडी के सुदूर वन क्षेत्र में सेना के गश्ती दल पर आतंकवादियों द्वारा घातक हमला किया गया था, जिसके परिणामस्वरूप एक जूनियर कमीशन अधिकारी (जेसीओ) सहित पांच सैनिक मारे गए थे। शहीद सैनिकों को श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए अपने भाषण की शुरुआत करते हुए शाह ने कहा कि सरकार ने यह सुनिश्चित करने के लिए कई ठोस कदम उठाए हैं कि आतंकवाद इस क्षेत्र में फिर से सिर न उठा पाए।
कांग्रेस, नेशनल कांफ्रेंस (एनसी) और पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी (पीडीपी) पर उनके चुनावी वादों को लेकर निशाना साधते हुए उन्होंने कहा कि ये पार्टियां पत्थरबाजों और आतंकवादियों को जेल से रिहा करने की बात कर रही हैं, लेकिन "मैं उन्हें बताना चाहता हूं कि आतंकवादियों के लिए सही जगह जेल है और हम किसी को भी उन्हें रिहा करने की इजाजत नहीं दे सकते।" जम्मू-कश्मीर विधानसभा चुनाव में भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) के उम्मीदवारों के लिए वोट मांगते हुए शाह ने कहा कि अगर भगवा पार्टी केंद्र शासित प्रदेश में चुनावी जीत दर्ज करती है, तो इसका जश्न पूरे देश में मनाया जाएगा। उन्होंने वहां मौजूद लोगों से पूछा, "अगर एनसी-कांग्रेस गठबंधन जीतता है, तो पाकिस्तान में आतिशबाजी होगी। क्या आप चाहते हैं कि पाकिस्तान जश्न मनाए?"
गृह मंत्री ने कहा कि विपक्षी दल संविधान के अनुच्छेद 370 को बहाल करने और आतंकवाद को फिर से जिंदा करने की बात कर रहे हैं, लेकिन ‘‘हम ऐसा नहीं होने देंगे, उनकी पांच पीढ़ियां इस वादे को पूरा करने के लिए आएंगी।’’ उन्होंने कहा कि कांग्रेस और नेशनल कॉन्फ्रेंस ने जम्मू-कश्मीर चुनाव के लिए हाथ मिलाया है और कह रहे हैं कि ‘‘हमारी दोस्ती चिरस्थायी है।’’ शाह ने कहा, "राहुल बाबा (कांग्रेस नेता राहुल गांधी) को नहीं पता कि (एनसी उपाध्यक्ष) उमर अब्दुल्ला के दादा शेख मोहम्मद अब्दुल्ला को उनकी दादी (पूर्व प्रधानमंत्री) इंदिरा गांधी ने देशद्रोह के आरोप में जेल में डाला था।" उन्होंने कहा कि अब्दुल्ला फिर से जम्मू-कश्मीर के मुख्यमंत्री बनने का सपना देख रहे हैं। शाह ने कहा, "दो चरणों के मतदान (18 सितंबर और 25 सितंबर को) के बाद एनसी-कांग्रेस गठबंधन का सफाया हो गया है। 8 अक्टूबर को भाजपा जम्मू-कश्मीर में अगली सरकार बनाएगी।"
जम्मू-कश्मीर चुनाव में डाले गए मतों की गिनती 8 अक्टूबर को होगी। गृह मंत्री ने अब्दुल्ला पर दो सीटों से चुनाव लड़ने के लिए कटाक्ष किया, उन्होंने जम्मू-कश्मीर के केंद्र शासित प्रदेश बने रहने तक चुनाव नहीं लड़ने का फैसला बदला और कहा कि यह डर का नतीजा है।
शाह ने कहा, "डर के मारे उन्होंने कहा कि जब तक राज्य का दर्जा बहाल नहीं हो जाता, तब तक वे (चुनाव) नहीं लड़ेंगे, लेकिन उन्होंने अपना मन बदल लिया और गंदेरबल से चुनाव लड़ने का फैसला किया। फिर से हार के डर से उन्होंने दूसरी सीट (बड़गाम) से अपना नामांकन दाखिल किया।" गृह मंत्री ने जम्मू-कश्मीर में युवाओं के लिए विशेष भर्ती अभियान का वादा किया और कहा कि "हम देश की सुरक्षा के लिए अपने युवाओं को हथियार देना चाहते हैं।"
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