अमरनाथ यात्रा में सुरक्षा के कड़े इंतजाम, 50 हजार से अधिक जवानों की तैनाती

तीन साल बाद होने जा रही अमरनाथ यात्रा में सुरक्षाबलों ने मोर्चा संभाल लिया है।

Update: 2022-06-23 02:24 GMT

फाइल फोटो 

जनता से रिश्ता वेबडेस्क। तीन साल बाद होने जा रही अमरनाथ यात्रा में सुरक्षाबलों ने मोर्चा संभाल लिया है। जम्मू-कश्मीर पुलिस के साथ मिलकर अर्द्धसैनिक बलों के 50 हजार से अधिक जवान यात्रियों की सुरक्षा में रहेंगे। बेशक यात्रा से पहले आतंकी साजिशों से यात्रा को बाधित करने का प्रयास किया गया है, लेकिन ऐसा सुरक्षा चक्रव्यूह बनाया गया है कि यह साजिशें कामयाब नहीं होंगी।

अर्द्धसैनिक बलों की 450 कंपनियों की तैनाती
जम्मू-कश्मीर में अमरनाथ यात्रा को लेकर अर्द्धसैनिक बलों की 450 कंपनियों में शामिल 45 से 50 हजार जवानों को यात्रा की सुरक्षा में तैनात किया गया है। इनमें 100 कंपनियां यात्रा के एक महीना पहले ही प्रदेश में पहुंच गई थीं। अब 370 कंपनियां यात्रा के लिए विशेष रूप से प्रदेश में पहुंची हैं, जिनको तैनात कर दिया गया है।
250 कंपनियां कश्मीर संभाग में तैनात
100 कंपनियां वो थीं, जिनको अलग-अलग राज्यों में चुनाव कराने के बाद बुलाया गया। इसमें सीआरपीएफ, आईटीबीपी, सीआईएसएफ, बीएसएफ, एसएसबी शामिल हैं। अब विशेष रूप से 370 अर्द्धसैनिक बलों की कंपनियां जम्मू पहुंचीं। इनमें से 250 कंपनियां कश्मीर संभाग में भेजी गई हैं, जो बनिहाल से लेकर यात्रा के दोनों रूट पर तैनात कर दी गई हैं।
तमाम आधार शिविरों में जवान तैनात कर दिए गए
बालटाल, पहलगाम समेत तमाम आधार शिविरों में जवान तैनात कर दिए गए हैं। इसके लिए जम्मू संभाग में लखनपुर से लेकर बनिहाल तक 116 कंपनियां अर्द्धसैनिक बलों की तैनात की गई हैं। इनमें सीआरपीएफ, आईटीबीपी, सीआईएसएफ, बीएसएफ, एसएसबी शामिल हैं।
एक कंपनी में 100 से 150 जवान रहते हैं
इन कंपनियों को न सिर्फ भगवती नगर आधार शिविरों, यात्रियों के ठहरने वाले स्थलों पर तैनात किया गया है, बल्कि अलग-अलग जिलों की आंतरिक सुरक्षा के लिए भी तैनात किया गया है, ताकि यात्रा के दौरान कहीं पर भी कोई माहौल खराब करने का प्रयास न किया जाए। बता दें कि एक कंपनी में 100 से 150 जवान रहते हैं। ऐसे में यात्रा की सुरक्षा में 50 हजार के करीब जवान तैनात किए गए हैं, ताकि यात्रियों को सकुशल यात्रा कराई जा सके।
प्रदेश पुलिस भी रहेगी तैनात
अर्द्धसैनिक बलों के साथ जम्मू-कश्मीर पुलिस की एग्जीक्यूटिव, आर्म्ड और ट्रैफिक पुलिस भी मुख्य भूमिका में रहेगी। एक तरह से अर्द्धसैनिक बलों की तमाम टुकड़ियों और तैनाती को पुलिस के अफसर ही लीड करेंगे। लखनपुर से लेकर कश्मीर तक हाइवे के अधीन आने वाले तमाम पुलिस स्टेशनों के थाना प्रभारी और थानों की नफरी अपने-अपने इलाके में तैनात अर्द्धसैनिक बलों के साथ यात्रा की सुरक्षा में लगेगी। इसके अलावा यातायात पुलिस भी लखनपुर से लेकर कश्मीर तक तैनात रहेगी।
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