भारी बर्फबारी के बीच पैदल चलकर जवानों ने गर्भवती को पहुंचाया अस्पताल, देखें वीडियो

सीमा पर सुरक्षा के लिए तैनात जवान किस तरह जम्मू-कश्मीर में अवाम की सेवा करते हैं.

Update: 2022-01-09 09:50 GMT

सीमा पर सुरक्षा के लिए तैनात जवान किस तरह जम्मू-कश्मीर में अवाम की सेवा करते हैं, इसकी वीडियो देखकर आप भी गर्व महसूस करेंगे। जम्मू-कश्मीर के शोपियां जिला में एक गर्भवती महिला को रविवार सुबह प्रसव पीड़ा शुरू हो गई।

स्थानीय लोगों ने भारतीय सेना से मदद मांगी। चिनार कोर की टीम ने तुरंत मौके पर पहुंचकर मोर्चा संभाल लिया। जवानों ने स्ट्रेचर से महिला को बाहर निकाला और प्रसव के लिए भारी बर्फबारी के बीच पैदल चलकर गर्भवती को अस्पताल पहुंचाया। खराब मौसम और भारी बर्फबारी के बीच महिला को अस्पताल ले जाने की चुनौती खड़ी हो गई थी। लेकिन जवानों ने देवदूत बनकर महिला को सकुशल अस्पताल पहुंचा दिया। जवानों की जांबाजी देखकर हर कोई गर्व महसूस कर रहा है।
गुरु गोबिंद सिंह की जयंती पर डीजीपी ने टेका मत्था
वहीं, सड़क पर जमी बर्फ को हटाने के लिए स्नो कटर से काफी मदद मिल रही है। फ्रेसिया एफ-90-एसटीआई भारी बर्फबारी के बाद कुलगाम में बर्फ को साफ कर रही है। उधर, श्रीनगर के चिनार कोर के लेफ्टिनेंट जनरल डी.पी. पांडे ने गुरु गोबिंद सिंह की जयंती के अवसर पर नौहट्टा में गुरुद्वारा चट्टी पातशाही में दर्शन किए। उन्होंने कहा कि मेरी किस्मत है कि मैं आज यहां पर मत्था टेकने के लिए आ पाया। मैंने अरदास की है कि कश्मीर के अंदर शांति और खुशहाली बनी रहें। हमारे चिनार कोर के जितने जवान जहां पर भी तैनात हैं, वे वहां पर सजग और सही तरीके से अपनी ड्यूटी दें।
मेडिकल टीम पहुंची गर्भवती के घर
वहीं इससे पहले शनिवार को भी जवानों ने सुदूर इलाके की रहने वाली गर्भवती महिला को अस्पताल पहुंचाया था। खराब मौसम और भारी बर्फबारी के बीच महिला को अचानक प्रसव पीड़ा शुरू हो गई थी। इस बीच महिला को अस्पताल ले जाने की चुनौती खड़ी हो गई थी। मामले की जानकारी मिलने पर सेना की मेडिकल टीम तुरंत महिला के गांव घग्गर हिल पहुंची।
भारी बर्फबारी में 6.5 किलोमीटर दूरी तय कर पहुंचाया अस्पताल
इसके बाद मेडिकल टीम ने गर्भवती की स्थिति को देखते हुए उसे तत्काल अस्तपाल ले जाने की योजना बनाई। भारी बर्फबारी के कारण वाहनों को गांव में ले जाना मुश्किल था। इसलिए मेडिकल टीम ने एक स्ट्रेचर तैयार कर महिला को अस्पताल तक पहुंचाने के लिए अन्य लोगों से मदद मांगी। जवानों ने लोगों की मदद से महिला को सलसान स्थित पीएचसी पहुंचाया। महिला को खराब मौसम और भारी बर्फबारी के बावजूद सेना के जवानों ने ग्रामीणों की मदद से 6.5 किमी की दूरी तय करके सुरक्षित तरीके से गर्भवती को पीएचसी बोनियार पहुंचाया।
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