आतंकी तालिब हाइब्रिड आतंकियों का नेटवर्क बनाकर जम्मू संभाग में करना चाहता था टारगेट किलिंग, संभाग के कई नेता निशाने पर

रियासी में पकड़ा गया खूंखार आतंकी तालिब हुसैन कश्मीर की तरह जम्मू संभाग में टारगेट किलिंग के लिए हाइब्रिड आतंकियों का नेटवर्क खड़ा कर रहा था, जिसके निशाने पर संभाग के कई बड़े नेताओं से लेकर सरकारी कर्मी शामिल थे।

Update: 2022-07-05 04:05 GMT

जनता से रिश्ता वेबडेस्क। रियासी में पकड़ा गया खूंखार आतंकी तालिब हुसैन कश्मीर की तरह जम्मू संभाग में टारगेट किलिंग के लिए हाइब्रिड आतंकियों का नेटवर्क खड़ा कर रहा था, जिसके निशाने पर संभाग के कई बड़े नेताओं से लेकर सरकारी कर्मी शामिल थे। वह टारगेट किलिंग के जरिए संभाग में न सिर्फ आतंकवाद को दोबारा जिंदा करना चाहता था, बल्कि माहौल भी खराब करना चाहता था। इसके लिए वह लगातार पाकिस्तान में बैठे लश्कर के हैंडलरों के संपर्क में था।

खुद स्टिकी बम से हमला करके माहौल खराब करना चाहता था
तालिब जम्मू, उधमपुर, रामबन, किश्तवाड़, डोडा, रियासी, राजोरी और पुंछ में टारगेट किलिंग के लिए हाइब्रिड आतंकियों का नेटवर्क खड़ा करना चाहता था। खुद स्टिकी बम से हमला करके माहौल खराब करना चाहता था, जबकि हाइब्रिड आतंकियों को तैयार कर उक्त जिलों में कई बड़े नेताओं और सरकारी कर्मियों को मारकर माहौल खराब करवाना चाहता था। यह सब वह पाकिस्तान में बैठे आतंकी हैंडलरों के इशारे पर कर रहा था।
कठुआ और राजोरी में मिले स्टिकी बम एक जैसे
जानकारी के अनुसार आतंकी तालिब की निशानदेही पर राजोरी में हथियार और गोला बारूद बरामद किया गया है। इस दौरान चार स्टिकी बम भी मिले हैं, जो पूरी तरह से तैयार थे। यह बम बिल्कुल उनके जैसे हैं, जो कठुआ में इसी वर्ष 29 मई को मिले थे। तब ड्रोन से पाकिस्तान ने 7 स्टिकी बम भेजे थे। दोनों बम एक जैसे हैं। सूत्रों का कहना है कि तालिब जम्मू, कठुआ, राजोरी और पुंछ बॉर्डर से कई बार गोला बारूद और हथियार लेकर आया है। इनका इस्तेमाल उसने राजोरी में हुए आईईडी धमाके में किया है।
हाईवे और भीड़भाड़ वाले इलाके थे निशाने पर
सूत्रों का कहना है कि आतंकी तालिब के निशाने पर मुख्य रूप से डोडा, किश्तवाड़, रामबन, उधमपुर, राजोरी जिले में हाईवे पर सैन्य काफिले थे। भीड़भाड़ वाले इलाकों में आईईडी से हमला करने के अलावा इन इलाकों में टारगेट किलिंग करना चाहता था।
बड़े नेटवर्क का होगा खुलासा
जांच से जुड़े अधिकारियों का कहना है कि तालिब के पकड़े जाने से जम्मू में स्टिकी बम से हमले करने की साजिश रचने वाले एक बड़े आतंकी नेटवर्क का पता चलेगा। इससे पूछताछ में जम्मू, सांबा, कठुआ, उधमपुर, राजोरी, किश्तवाड़ में बैठे ओजी वर्करों के एक बड़े नेटवर्क का पता चलेगा। इस मामले में जल्द ही बड़े स्तर पर दबिश दिए जाने की भी संभावना है।
एनआईए को सौंपा जाएगा मामला
आतंकी तालिब का मामला एनआईए को सौंपा जाएगा। हालांकि अभी इसकी आधिकारिक तौर पर पुष्टि नहीं की गई है। बताया जा रहा है कि एनआईए और एसआईए की टीमों ने भी आतंकी तालिब से पूछताछ की है। जल्द ही इस मामले की पूरी जांच एनआईए को सौंप दी जाएगी। एनआईए इस मामले में सुबूत जुटा रही है।
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