जम्मू-कश्मीर में आतंक का सफाया जारी, जानें क्या है आतंकियों के खिलाफ प्लान

Update: 2021-11-16 05:54 GMT

फाइल फोटो 

जम्मू-कश्मीर में आतंकवादियों के खिलाफ सुरक्षाबलों का अभियान जारी है और अब बर्फबारी से पहले आतंक पर कड़ा प्रहार करने की तैयारी की जा रही है. इसी क्रम में जम्मू-कश्मीर पुलिस की ओर से केंद्र शासित प्रदेश के राजौरी, पुंछ और रियासी के घने जंगलों में आतंक के खिलाफ एरिया डोमिनेशन ऑपरेशन चलाया जा रहा है.

सुरक्षाबलों को ऐसे इनपुट मिल रहे हैं कि सीमापार बने लांचिंग पैड में 200-250 की तादाद में आतंकी मौजूद हैं ताकि बर्फबारी से पहले वे भारतीय सीमा में घुसपैठ कर सकें. पाकिस्तान की ओर से घुसपैठ वाली इसी साजिश को रोकने के लिए जंगली क्षेत्र में सर्च ऑपरेशन चलाया जा रहा है. जम्मू-कश्मीर पुलिस की तरफ से रियासी में एरिया डोमिनेशन ऑपरेशन जारी है.
सीमापार बने लॉन्चिंग पैड में 200 से 250 आतंकी मौजूद हैं जो कि अंतरराष्ट्रीय सीमा या फिर नियंत्रण रेखा के जरिए घुसपैठ करने की फिराक में हैं और ये आतंकी बर्फबारी से पहले घुसपैठ करना चाहते हैं क्योंकि बर्फ पड़ने के बाद घुसपैठ के सभी रास्ते बंद हो जाएंगे.
रियासी के घने जंगलों में शुरू हुआ ऑपरेशन
जम्मू-कश्मीर पुलिस के जवान अफसरों के साथ विलेज डिफेंस कमिटी के लोग (VDC) की ओर से रियासी के घने जंगलों में यह ऑपरेशन शुरू किया गया है.
अक्सर देखा जाता है कि आतंकी घने जंगलों की आड़ में छिपे रहते हैं. आतंकियों की ओर से जंगलों में हाइडआउट यानी आंतकी ठिकाना बनाया जाता है. गोला बारूद को जंगलों में छुपाया जाता है और आतंकी ओवरग्राउंड वर्कर की मदद लेते हैं. इस आशंका के चलते इन दिनों पुंछ हो, राजौरी हो या फिर रियासी के घने जंगल हों, वहां पर बड़े स्तर पर सर्च ऑपरेशन चलाया जा रहा है. पुलिस के जवान लगातार एरिया डोमिनेशन कर रहे हैं. जवानों के साथ-साथ विलेज डिफेंस कमेटी के सदस्य भी इस काम में लगे हैं ताकि अपने एरिया को पूरी तरह से सुरक्षित किया जा सके.
नदी-नालों के जरिए घुसपैठ की आशंका
इस बात की आशंका से भी इनकार नहीं किया जा सकता कि आतंकी हो सकता है कि नदी-नालों के जरिए भी घुसपैठ कर सकते हैं. आतंकी इनकी आड़ में भी छिपे रह सकते हैं ऐसे में सुरक्षाबलों के लिए हर पल चुनौती वाला रहता है.
दिन हो या रात, जवान लगातार एरिया डोमिनेशन ऑपरेशन में लगे हुए हैं. सुरक्षा बल के जवान पूरी मुस्तैदी से अपने मिशन पर जुटे हुए हैं. रात के समय में भी जवान मुस्तैदी से अपनी-अपनी पोजीशन पर लगे हुए हैं. जवानों की संख्या बेहद ज्यादा है और वे पूरी रात अलर्ट रहेंगे. सुबह की पहली किरण के साथ एक बार फिर ऑपरेशन एरिया डोमिनेशन को शुरू कर दिया जाएगा.
रियासी जिले में ऊंची-ऊंची पहाड़ियां है और यहां कई फीट तक बर्फबारी होती है, और 90 के दशक में भी आतंकी माहोर हो या इखनी टॉप या अन्य माउंटेन हो, इसी रूट से होते हुए कश्मीर घाटी में दाखिल होते थे और अब एक बार फिर स्थिति बेहद ज्यादा नाजुक बनी है और उसी नाजुक स्थिति को भांपते हुए पुलिस ने बड़े स्तर पर एरिया डोमिनेशन ऑपरेशन शुरू कर दिया है.

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