Srinagar: हम जम्मू-कश्मीर को केंद्र शासित प्रदेश का दर्जा स्वीकार नहीं करते: फारूक अब्दुल्ला
उन्होंने कहा कि इसे अब खत्म कर देना चाहिए
श्रीनगर: नेशनल कॉन्फ्रेंस के अध्यक्ष फारूक अब्दुल्ला ने जम्मू-कश्मीर के लिए राज्य का दर्जा दिए जाने के अधिकार को आज फिर दोहराया और कहा कि वे केंद्र शासित प्रदेश का दर्जा स्वीकार नहीं करना चाहते हैं। उन्होंने कहा कि इसे अब खत्म कर देना चाहिए।
हम केंद्र शासित प्रदेश का दर्जा स्वीकार नहीं करना चाहते हैं। समय आ गया है कि इसे अब खत्म कर देना चाहिए। राज्य का दर्जा संसद और सुप्रीम कोर्ट में भी एक वादा है।
नेशनल कॉन्फ्रेंस के अध्यक्ष ने आगे कहा कि केंद्र शासित प्रदेश में पंचायत चुनाव जल्द ही आयोजित किए जाएंगे, पंचायत चुनाव की तैयारियां की जा रही हैं।
2019 में अनुच्छेद 370 को निरस्त करने के बाद राज्य को दो केंद्र शासित प्रदेशों में विभाजित किया गया था। राज्य के राजनीतिक दल राज्य का दर्जा जल्द बहाल करने की मांग कर रहे हैं। उमर अब्दुल्ला इससे पहले 2009 और 2014 में जम्मू-कश्मीर के मुख्यमंत्री रह चुके हैं। उमर अब्दुल्ला ने पिछले महीने केंद्र शासित प्रदेश जम्मू-कश्मीर के पहले मुख्यमंत्री के रूप में शपथ ली थी जाे दस साल के अंतराल के बाद हुए।