कठुआ की उज्ज दरिया के बाढ़ में फंसे सात लोग

Update: 2023-06-26 18:31 GMT
जम्मू कश्मीर: मॉनसून के सीजन के आगाज के साथ ही कठुआ में उज्ज दरिया ने अपना रौद्र दिखाना शुरू कर दिया है। सोमवार शाम निचले इलाकों में मौसम खुलने के बाद उज्ज दरिया में सात लोग फंस गए। दोनों ओर उज्ज दरिया उफान पर आने से उन्हें जान के लाले पड़ गए। दोपहर तीन बजे के लगभग दरिया में मछली पकड़ने के लिए गए मजदूरों को बचाने का अभियान रात नौ बजे तक जारी रहा।
स्थानीय पुलिस से लेकर एसडीआरएफ की टीमों ने भी कोशिशें की लेकिन पानी का बहाव अधिक होने के चलते फंसे हुए मजदूरों को रेस्क्यू नहीं किया जा सका है। यह सभी मजदूर छत्तीसगढ़ के रहने वाले बताए जा रहे हैं और वर्तमान में गनियाड़ी इलाके में रह रहे थे। शाम पांच बजे के लगभग राजबाग पुलिस को सूचना मिली कि उज्ज दरिया में कुछ लोग फंस गए हैं।
जिसके बाद थाना प्रभारी तारिक अहमद समेत स्थानीय लोग रेस्क्यू के लिए मौके पर पहुंच गए। पुलिस टीम ने स्थानीय लोगों की मदद से दरिया के पार जाकर फंसे लोगों को निकालने का प्रयास किया लेकिन पानी का बहाव अधिक होने के चलते प्रयास सफल नहीं हो पाए।
इसके बाद पुलिस ने एसडीआरएफ की मदद ली। एसडीआरएफ की टीमें भी बोट के साथ दरिया में उतरीं लेकिन पानी के बहाव और फसं हुए लोगों की दिशा को देखते हुए यह ऑपरेशन सफल नहीं हो पाया। इस बीच कठुआ पुलिस ने दरिया के दूसरी ओर से मोर्चा संभाला।
अंधेरा बढ़ने के साथ ही मुसीबत और भी बढ़ती जा रही थी। हालांकि पहाड़ी इलाकों में बारिश का सिलसिला थमने के बाद बड़ी राहत यह भी थी कि जलस्तर बढ़ नहीं रहा था। दोपहर चार बजे जलस्तर जहां 12 हजार क्यूसेक से अधिक दर्ज किया गया था वहीं इसके बाद नौ हजार के आसपास रहा।
टीमें पानी के कम होने का इंतजार करती रहीं
बाढ़ में फंसे लोगों के एक सदस्य लीला राम ने बताया कि उसके साथी मछली पकड़ने के लिए दरिया में गए थे। सभी छत्तीसगढ़ के रहने वाले हैं। बताया कि अचानक सायरन बजा और जलस्तर बढ़ गया यह सभी लोग भीतर ही फंस गए।
पंचायत रख होशियारी के सरपंच सुदर्शन खजूरिया ने बताया कि कई बार लोगों को बताया है कि बरसात के समय दरिया की ओर न जाएं न ही अपने मवेशियों को जाने दें। बांध से अचानक पानी छोड़ा जाता है। यह लोग मछली पकड़ने के लिए यहां आए थे। इसके बाद फंस गए हैं। जिसके लिए रेस्क्यू जारी है।
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