जम्मू कश्मीर में बिजली की किल्लत गहराई, सिर्फ 50 फीसदी हो रही प्रदेश में आपूर्ति
जम्मू-कश्मीर में बिजली संकट एक बार फिर गहरा गया है। प्रदेश की मांग के विपरीत 50 फीसदी बिजली ही हासिल हो पा रही है।
जनता से रिश्ता वेबडेस्क। जम्मू-कश्मीर में बिजली संकट एक बार फिर गहरा गया है। प्रदेश की मांग के विपरीत 50 फीसदी बिजली ही हासिल हो पा रही है। दोनों संभाग पांच से सात सौ मेगावाट की कमी झेल रहे हैं। यह संकट पिछले चार दिनों से है। सोमवार को भी जम्मू संभाग को 930 मेगावाट बिजली ही मिल पाई।
इस स्थिति से निपटने के लिए अघोषित बिजली कटौती बढ़ाई गई है। ग्रिड स्तर से रोजाना दस से 13 घंटे की बिजली कटौती हो रही है। अधिकांश इलाकों में रात बारह से एक बजे और फिर सुबह चार बजे से दो बार बिजली कटौती की जा रही है।
उच्च पदस्थ सूत्रों के अनुसार बिजली संकट से जल्द राहत के आसार कम हैं। फिलहाल औद्योगिक क्षेत्रों को कटौती के दायरे से बाहर रखा गया है। जम्मू शहर के मीटरिंग वाले इलाकों में कटौती कम की जा रही है।कठुआ, सांबा, रियासी, उधमपुर के इलाकों में स्थिति ज्यादा चिंताजनक है, जहां भीषण गर्मी के बीच बिजली संकट परेशान कर रहा है।
3100 की मांग 1400 मेगावाट उपलब्ध
प्रदेश में हर रोज 3100 मेगावाट बिजली की मांग है। इसके विपरीत रविवार को प्रदेश में 1400 मेगावाट ही उपलब्ध हो सकी। सिंचाई के लिए पंप सेट चलने के सीजन से पहले ही बिजली संकट आने वाले दिनों में और परेशान कर सकता है। इससे पहले अप्रैल में बिजली संकट गहराया था।