श्री अमरनाथ यात्रा के तीर्थयात्रियों को सेवाएं देने वाले मुस्लिम समुदाय के लोगों ने बालटाल आधार शिविर में ईद की नमाज अदा की
देश सहित जम्मू-कश्मीर में ईद-उल-अजहा का त्योहार मनाया जा रहा है। श्री अमरनाथ यात्रा के तीर्थयात्रियों को सेवाएं देने वाले मुस्लिम समुदाय के सदस्यों ने बालटाल आधार शिविर में ईद की नमाज अदा की
देश सहित जम्मू-कश्मीर में ईद-उल-अजहा का त्योहार मनाया जा रहा है। श्री अमरनाथ यात्रा के तीर्थयात्रियों को सेवाएं देने वाले मुस्लिम समुदाय के सदस्यों ने बालटाल आधार शिविर में ईद की नमाज अदा की। इस दौरान पवित्र गुफा के पास आई बाढ़ के दौरान जान गंवाने वाले श्रद्धालुओं के लिए विशेष दुआ की गई। वहीं, मस्जिद समिति ने तीर्थयात्रियों के लिए मदद की पेशकश की भी की।
जिला अनंतनाग के बालटाल क्षेत्र में मुस्लिम समुदाय के सैकड़ों लोग श्री अमरनाथ तीर्थयात्रियों की सेवा के लिए तत्पर रहते हैं। इस साल यात्रा की शुरुआत में स्थानीय लोगों ने हार पहनाकर तीर्थयात्रियों का स्वागत किया था। यात्रा से स्थानीय लोगों को रोजगार भी उपलब्ध होता है और इस दौरान उनकी मेहमाननवाजी भी देखने को मिलती है।
शुक्रवार को श्री अमरनाथ गुफा के पास बादल फटने से अब तक 16 श्रद्धालुओं की मौत हो चुकी है। करीब 40 लोग लापता और 50 से अधिक घायल हुए हैं। बादल फटने के बाद पहाड़ से आया मलबा श्रद्धालुओं के लिए लगाए गए लंगरों समेत करीब 40 टेंट बहा ले गया। सेना, एनडीआरएफ व एसडीआरएफ समेत आपदा प्रबंधन से जुड़ीं कई टीमें लगातार राहत एवं बचाव कार्य में जुटी हैं।
अमरनाथ हादसा स्थल पर शनिवार को पहुंचे जम्मू-कश्मीर पुलिस के अतिरिक्त महानिदेशक विजय कुमार ने कहा कि मलबे को साफ किया जा रहा है। मलबा हटने के बाद ही मृतकों की सही संख्या का पता चलेगा। उन्होंने कहा कि आतंकी हमलों के खतरे को देखते हुए इस बार सभी यात्रियों को रेडियो फ्रीक्वेंसी आइडेंटिफिकेशन कार्ड दिए गए हैं। इससे जुड़ा डाटा भी देखा जा रहा है।