JAMMU जम्मू: डेमोक्रेटिक प्रोग्रेसिव आजाद पार्टी (डीपीएपी) के प्रवक्ता ने रविवार को स्पष्ट किया कि पार्टी के अध्यक्ष और वरिष्ठ नेता गुलाम नबी आजाद कांग्रेस पार्टी में दोबारा शामिल नहीं हो रहे हैं। डीपीएपी के मुख्य प्रवक्ता सलमान निजामी ने यहां जारी एक विज्ञप्ति में कहा कि पिछले दो सप्ताह से जम्मू-कश्मीर के कांग्रेस नेताओं द्वारा यह अफवाह फैलाई जा रही है कि गुलाम नबी आजाद और उनकी पार्टी कांग्रेस में शामिल हो रही है। निजामी ने कहा, "यह भी फैलाया जा रहा है कि कांग्रेस के केंद्रीय नेतृत्व ने आजाद से कांग्रेस पार्टी में शामिल होने के लिए संपर्क किया था।" उन्होंने कहा कि डीपीएपी के मुख्य प्रवक्ता के तौर पर पार्टी अध्यक्ष की ओर से उन्होंने स्पष्ट किया कि जब से आजाद ने कांग्रेस पार्टी छोड़ी है, तब से न तो उन्होंने (आजाद ने) किसी कांग्रेस नेता से संपर्क किया है और न ही किसी कांग्रेस नेता ने कभी उनसे सीधे या टेलीफोन पर संपर्क किया है। डीपीएपी नेता ने कहा, "इस प्रकार, ये अफवाहें पूरी तरह से निराधार और झूठी हैं, जो केवल भ्रम पैदा करने और हमारी पार्टी को तोड़ने के लिए फैलाई जा रही हैं।
" उन्होंने कहा कि आजाद ने सभी पार्टी नेताओं और कार्यकर्ताओं से इस जाल में न फंसने का अनुरोध किया है और मीडियाकर्मियों से भी अनुरोध किया है कि वे इन अफवाहों को कोई महत्व न दें। गौरतलब है कि आज़ाद ने 26 सितंबर, 2022 को जम्मू-कश्मीर में तीन एजेंडों के साथ नए राजनीतिक दल डीएपी का गठन किया था, जिसमें पूर्ण राज्य का दर्जा बहाल करना, भूमि का अधिकार और मूल निवासियों को रोजगार देना शामिल है। आज़ाद ने 26 अगस्त, 2022 को कांग्रेस के साथ अपने पांच दशक से अधिक लंबे जुड़ाव को समाप्त कर दिया और डीपीएपी की शुरुआत की।