जम्मू-कश्मीर: चार नए वार्डों में मिल रहीं ग्रामीण स्तर की सुविधाएं

नगर निगम में वर्ष 2018 में नए जुड़े चार वार्डों में विकास कार्य उम्मीद के हिसाब से नहीं हो पाया है।

Update: 2021-12-07 15:36 GMT

जम्मू-कश्मीर: नगर निगम में वर्ष 2018 में नए जुड़े चार वार्डों में विकास कार्य उम्मीद के हिसाब से नहीं हो पाया है। यहां सड़कों, गली और नालियों का काम बीस से तीस फीसदी ही हुआ है। पहले लॉकडाउन के कारण काम रुका रहा तो अब टेंडर प्रक्रिया में काम उलझ गया है। इस कारण शहर से जुड़े होने के बावजूद लोगों को ग्रामीण स्तर की सुविधाएं मिल रही हैं।

शहर में शामिल 45 गांवों वाले इन नए वार्डों की अभी तक निशानदेही भी नहीं हो पाई है। यहां पर विकास कार्य शुरू हो रहा है, तो अन्य गांवों के लोग भी शहर में होने का दावा कर रहे और काम बंद करवा रहे हैं। 2018 में चुनाव के बाद अब तक बीस से तीस फीसदी काम हुआ है। वार्ड नंबर 72, 73, 74 और 75 में सड़कों पर अभी तक तारकोल नहीं डाला गया है। कुछ जगहों के लिए टेंडर आवंटित किए गए हैं।
इसके बावजूद तारकोल डालने कोई नहीं आया है। वार्ड 72 और 73 में निशानदेही न होने से सीमा का पता ही नहीं है। पेयजल किल्लत के कारण लोग परेशान हैं। यहां पर टैंकरों के माध्यम से पानी की आपूर्ति होती है। दोनों वार्डों में दो ट्यूबवेल हैं। दोनों ट्यूबवेल नियमित चले तो इलाके में बीस मिनट ही पानी की आपूर्ति होती है। इसी तरह वार्ड नंबर 73 में सड़कों पर तारकोल नहीं डाला गया है। टेंडर प्रक्रिया में काम उलझा हुआ है। लडोई नाला भी लोगों के लिए मुसीबत बना हुआ है।
नाले के दोनों किनारों को पक्का नहीं किया गया है। बरसात में घरों में पानी घुस जाता है। वार्ड नंबर 74 में कोई भी सीएचसी स्तर का अस्पताल नहीं है। वार्ड में एक डिस्पेंसरी है। गंभीर बीमारी होने पर जीएमसी जाना पड़ता है। वार्ड में रास्तों के निर्माण पर काम नहीं हुआ है। लोगों को खेतों में सदियों पुराने रास्तों से ही गुजरना पड़ रहा है। वार्ड नंबर 75 में भी कई समस्याएं। नाले, नालियों, सड़कों का काम अभी पूरी तरह से शुरू नहीं हुआ है। पार्षदों की ओर से बजट की डिमांड की गई है।
लडोई नाला मुसीबत बनता है। इसके किनारों को पक्का नहीं किया गया है। नाले, नालियों और अन्य काम रुक पड़े हैं। सड़कों पर तारकोल डालने का काम चल रहा है। आधी से ज्यादा सड़कों पर तारकोल नहीं डाला गया है। नए वार्ड में तेज गति से विकास कार्य करवाया जाए।
- प्रो युद्धवीर सिंह, पार्षद, वार्ड नंबर 73
वार्ड में निशानदेही नहीं हुई है। जो गांव ग्रामीण इलाकों में आते हैं, वो भी शहर में होने का दावा कर रहे हैं। सड़कों, गलियाें, नालों समेत अन्य काम तीस फीसदी ही हुए हैं। शहर में होते हुए भी ग्रामीण स्तर की सुविधाएं मिल रही हैं।
- शौकत अली, पार्षद, वार्ड नंबर 74
वार्ड में विकास के लिए राशि बहुत कम मिली। अन्य वार्डों की तुलना में वार्ड पर डबल राशि खर्च होनी चाहिए थे। तमाम इलाका ग्रामीण है। यहां पर दस प्रतिशत ही काम हो पाया है। पानी की समस्या का निदान किया जाए।
- घार सिंह, पार्षद, वार्ड नंबर 75
नए वार्डों में विकास के लिए प्लान तैयार हैं। कुछ पर काम जारी है। पहले लॉकडाउन के कारण परेशानी आई थी। अब टेंडर प्रक्रिया के तुरंत बाद काम करवाए जाएंगे। लोगों को सुविधाएं दी जाएंगी।
- संदीप कुमार, डिप्टी डायरेक्टर, प्लानिंग
नए वार्डों में प्राथमिकता के आधार पर काम करवाए जा रहे हैं। इलाकों की निशानदेही करवाई जाएगी। सड़कें, रास्ते, नाले, नालियों समेत अन्य काम के लिए टेंडर प्रक्रिया चल रही है। कुछ काम जारी हैं।
- पूर्णिमा शर्मा, डिप्टी मेयर
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