जनता से रिस्ता वेबडेसक | जम्मू-कश्मीर में एलओसी बंदीचेचियन के पास बुधवार को बारूदी सुरंग में धमाका हुआ। इस धमाके में सेना का एक जवान घायल हो गया है। घायल जवान को अस्पताल में भर्ती कराया गया है।
इससे पहले एलओसी पर नौशेरा सेक्टर के कलाल क्षेत्र में 30 अक्तूबर की शाम बारूदी सुरंग फटने से सेना के एक लेफ्टिनेंट समेत दो जवान शहीद हो गए। सेना की पेट्रोलिंग टीम इलाके में पेट्रोलिंग कर रही थी तभी यह विस्फोट हुआ। विस्फोट में घायल दोनों जवानों को गंभीर अवस्था में सैन्य अस्पताल पहुंचाया गया, लेकिन उन्होंने दम तोड़ दिया।
शहीद होने वालों में लेफ्टिनेंट ऋषि कुमार (निवासी बेगूसराय, बिहार) व सिपाही मंजीत सिंह (सिरके वाला, बठिंडा-पंजाब) शामिल हैं। जानकारी के अनुसार सेना की पेट्रोलिंग टीम इलाके में गश्त कर रही थी। इस दौरान वह यह जांच कर रही थी कि सीमा पार से घुसपैठ तो नहीं हुई है। इस बीच अचानक विस्फोट हो गया, जिसमें एक लेफ्टिनेंट स्तर के अधिकारी समेत दो गंभीर रूप से घायल हो गए। विस्फोट की आवाज दूर तक सुनी गई।
सैन्य सूत्रों ने बताया कि जहां विस्फोट हुआ, वह पूरा क्षेत्र बारूदी सुरंगों के लिए पहले से चिह्नित है। यहां घुसपैठ की आशंका बनी रहती है, जिसे रोकने के लिए सेना ने बारूदी सुरंगे बिछा रखी हैं। सैन्य प्रवक्ता ने बताया कि पेट्रोलिंग के दौरान बारूदी सुरंग में विस्फोट में दो जवान गंभीर रूप से घायल हो गए थे, जिन्हें नजदीकी सैन्य अस्पताल पहुंचाया गया। गंभीर रूप से जख्मी होने के कारण उन्होंने दम तोड़ दिया। ज्ञात हो कि पहले यह आशंका जताई जा रही थी कि आतंकियों ने पेट्रोलिंग टीम को निशाना बनाने के लिए आईईडी प्लांट की होगी।
सेना ने दी श्रद्धांजलि
सेना ने दोनों शहीदों को श्रद्धांजलि दी। कहा कि ड्यूटी के दौरान उन्होंने सर्वोच्च बलिदान दिया, जिसे देश हमेशा याद रखेगा। जीओसी 16 कोर व्हाइट नाइट कोर के जीओसी लेफ्टिनेंट जनरल मनजिंदर सिंह ने बलिदान के लिए दोनों शहीदों को सैल्यूट किया।
आतंकी कई बार कर चुके हैं आईईडी हमला
एलओसी पर बारूदी सुरंगें बिछाई गई हैं, लेकिन कई बार पाकिस्तान से आतंकी इस तरफ आकर आईईडी लगाकर धमाका कर चुके हैं। इसमें कई जवान शहीद हो चुके हैं