जम्मू-कश्मीर : शोपियां में सुरक्षाबलों के साथ मुठभेड़ में मारा गया एएसआई पर गोली बरसाने वाला हिजबुल आतंकी

दक्षिण कश्मीर के शोपियां जिले में सुरक्षाबलों ने एक दिन पहले जम्मू-कश्मीर पुलिस के सहायक उप निरीक्षक शब्बीद अहमद पर गोलियां चलाने वाले हिजबुल मुजाहिदीन के आतंकी को सुरक्षाबलों ने 24 घंटे के अंदर मुठभेड़ में मार गिराया।

Update: 2022-02-03 05:17 GMT

फाइल फोटो 

जनता से रिश्ता वेबडेस्क। दक्षिण कश्मीर के शोपियां जिले में सुरक्षाबलों ने एक दिन पहले जम्मू-कश्मीर पुलिस के सहायक उप निरीक्षक (एएसआई) शब्बीद अहमद पर गोलियां चलाने वाले हिजबुल मुजाहिदीन के आतंकी को सुरक्षाबलों ने 24 घंटे के अंदर मुठभेड़ में मार गिराया।

सुरक्षा बलों ने मुठभेड़ स्थल से एक एके -47 राइफल, एक ग्रेनेड और चार मैगजीन बरामद की गई हैं। मारे गए आतंकी की शिनाख्त शोपियां के बोंगम निवासी उमर इशफाक मलिक उर्फ मूसा के रूप में हुई है। वह ए श्रेणी का आतंकी है। मूसा ने पुलिस अफसर पर अमीशिजिपोरा में मंगलवार को उस समय गोलियां मारी थीं जब वह मस्जिद से नमाज पढ़कर लौट रहे थे।
पुलिस के अनुसार, सुरक्षा बलों को इलाके में आतंकी छिपे होने की जानकारी मिली थी। इसके बाद 34 और 44 राष्ट्रीय राइफल्स,सीआरपीएफ की 14वीं बटालियन और जम्मू-कश्मीर पुलिस के विशेष दस्ते की संयुक्त टीम ने शोपियां जिले के नौपोरा नदीगाम गांव को घेर लिया।
आतंकियों को भागने से रोकने के लिए सुरक्षाबलों ने गांव में आने-जाने का रास्ता बंद कर दिया। इस दौरन छिपे आतंकियों ने सुरक्षाबलों पर फायरिंग कर दी। जवाबी कार्रवाई में एक आतंकी मारा गया। मारा गया आतंकी उमर इशफाक मलिक वर्ष 2000 से सक्रिय था तथा आतंकवादी संगठन हिजबुल मुजाहिदीन से पिछले साल नवंबर में जुड़ा था।
कई आतंकी हमलों में शामिल था
पुलिस प्रवक्ता के अनुसार आतंकी मूसा सुरक्षा बलों पर हमले और अमीशिजिपोरा शोपियां में सहायक उप निरीक्षक शब्बीर अहमद पर हाल में हुए हमले समेत कई नागरिक अत्याचारों में शामिल था। मलिक ने भोले-भाले युवाओं को आतंकी गुटों और अन्य आपराधिक गतिविधियों में शामिल होने के लिए प्रेरित करने में भी महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी।
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