जम्मू में बारिश से भारी तबाही, पुल बहे, सड़कें हुईं बंद, कई इलाकों में आज भी वर्षा की संभावना
मानसून की बारिश जम्मू संभाग में राहत के साथ आफत भी बन गई।
जनता से रिश्ता वेबडेस्क। मानसून की बारिश जम्मू संभाग में राहत के साथ आफत भी बन गई। जम्मू शहर का तापमान श्रीनगर से कम रहने पर गर्मी से राहत रही लेकिन किश्तवाड़ में भोट नाले में आई बाढ़ से पाडर-मचैल मार्ग पर बना पुल बह गया। जिले के चिशोती गांव में बनाया गया अस्थायी पुल भी बाढ़ में बह गया।
कठुआ जिले में नदी-नालों में उफान आ गया। कई मार्ग घंटों बंद रहे। उज्ज दरिया में बाढ़ से अलर्ट जारी कर दिया गया। पानी का बहाव 70 हजार क्यूसेक के स्तर को पार गया। बाढ़ से पानी तटीय इलाकों के खेतों में घुस आया। इससे धान की फसल को नुकसान पहुंचा है।
वहीं, उधमपुर जिले के किया गांव में रामनगर-बसंतगढ़ मार्ग पर बारिश के बाद चट्टानें गिरने से आवाजाही बंद हो गई। दिन भर बंद रहे मार्ग को दोपहर तीन बजे खोला गया। कठुआ, उधमपुर, किश्तवाड़ के कई संपर्क मार्ग बारिश से प्रभावित रहे। मौसम विज्ञान केंद्र श्रीनगर के अनुसार अगले 24 घंटों के दौरान भी प्रदेश के कुछ इलाकों में बारिश हो सकती है। कश्मीर में ज्यादातर क्षेत्रों में मौसम साफ ही बना रहेगा।
जम्मू जिले में पिछले 24 घंटों में 62 एमएम बारिश रिकॉर्ड हुई है। हालांकि रविवार दोपहर से जम्मू जिले में भी मौसम साफ हो गया। बटोत में सात एमएम और कटड़ा में आठ एमएम के करीब बारिश रिकॉर्ड हुई है।
बारिश से जम्मू जिले के अधिकतम तापमान में करीब तीन डिग्री की गिरावट दर्ज हुई है। यहां पर दिन का अधिकतम तापमान 33.1 डिग्री सेल्सियस रहा। वहीं मौसम साफ रहने से कश्मीर के लगभग सभी जिलो में तापमान में उछाल दर्ज हुआ है। श्रीनगर में दिन का अधिकतम तापमान 33.7 डिग्री सेल्सियस रहा जोकि सामान्य से करीब पांच डिग्री ज्यादा है।