हैदरपोरा मुठभेड़ में मारे गए 2 नागरिकों के शवों को परिवार के सामने दफनाया गया, मजिस्ट्रेट जांच के आदेश

उपराज्यपाल मनोज सिन्हा ने कहा कि समयबद्ध तरीके से रिपोर्ट सौंपते ही उचित कार्रवाई की जाएगी

Update: 2021-11-19 12:54 GMT
जम्मू-कश्मीर में हैदरपोरा मुठभेड़ में मारे गए दो आम नागरिक मोहम्मद अल्ताफ भट और मुदस्सिर गुल के शवों को गुरुवार देर रात को सुपुर्द-ए-खाक कर दिया गया. अधिकारियों ने शुक्रवार को यह जानकारी दी. अधिकारियों ने बताया कि शव देर रात यहां पहुंचे थे. दफनाए दिए गए इन शवों को गुरुवार को अधिकारियों ने बाहर निकाला था, ताकि उन्हें उनके परिवार को सौंपा जा सके. वहीं विवादास्पद मुठभेड़ की मजिस्ट्रेट जांच का आदेश दिया गया. उपराज्यपाल मनोज सिन्हा ने कहा कि समयबद्ध तरीके से रिपोर्ट सौंपते ही उचित कार्रवाई की जाएगी.
सिन्हा ने कहा, 'हैदरपोरा मुठभेड़ में एडीएम रैंक के एक अधिकारी द्वारा मजिस्ट्रियल जांच का आदेश दिया गया है. समयबद्ध तरीके से रिपोर्ट सौंपते ही सरकार उचित कार्रवाई करेगी. जम्मू-कश्मीर प्रशासन निर्दोष नागरिकों के जीवन की रक्षा करने की अपनी प्रतिबद्धता दोहराता है और यह सुनिश्चित करेगा कि कोई अन्याय न हो.'
वहीं अधिकारियों ने बताया कि भट का शव बर्जुल्ला और गुल का शव पीरबाग पहुंचाया गया, जहां महिलाएं, पुरुष और बच्चे शव का काफी समय से आखिरी बार उन्हें देखने के लिए इंतजार कर रहे थे. थोड़ी देर बाद ही, शवों को स्थानीय कब्रिस्तान ले जाया गया, जहां केवल परिवार की मौजूदगी में उन्हें सुपुर्द-ए-खाक किया गया.
कोरोना महामारी के बाद ये पहला मौका
कोविड-19 वैश्विक महामारी के पिछले साल मार्च में शुरू हुए प्रकोप के बाद यह पहला मौका है, जब पुलिस की निगरानी में दफनाए गए शवों को वापस निकाल कर उनके परिजन को लौटाया गया.पूर्व मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला और महबूबा मुफ्ती, नागरिक समाज समूहों और परिवार के साथ-साथ मुख्यधारा के राजनेताओं के दबाव के बाद यह कार्रवाई की गई थी.वहीं, उप राज्यपाल मनोज सिन्हा ने गुरुवार को उस मुठभेड़ की मजिस्ट्रेट जांच के आदेश दिए थे, जिसमें चार लोग मारे गए थे.
सोमवार को श्रीनगर के हैदरपोरा इलाके में मुठभेड़ में एक पाकिस्तानी आतंकवादी, उसका सहयोगी आमिर मगरे और दो नागरिक- अल्ताफ अहमद भट और मुदासिर गुल मारे गए. अल्ताफ अहमद भट उस शॉपिंग कॉम्प्लेक्स का मालिक था, जहां मुठभेड़ हुई थी जबकि मुदासिर गुल इमारत के किरायेदारों में से एक था.हालांकि, जम्मू-कश्मीर पुलिस ने कहा कि मुदासिर गुल आतंकवादियों का एक सक्रिय सहयोगी था और अल्ताफ के स्वामित्व वाले परिसर में कॉल सेंटर चला रहा था.पुलिस महानिरीक्षक (कश्मीर रेंज) विजय कुमार ने मंगलवार को कहा कि अल्ताफ भट आतंकवादियों के साथ गोलीबारी में मारा गया. मौत पर खेद जताते हुए विजय कुमार ने कहा कि भट की गिनती उग्रवादियों के सहयोगी में होगी.इस बीच, बुधवार को जैसे ही विरोध तेज हुआ, नेशनल कॉन्फ्रेंस (नेकां) के संरक्षक फारूक अब्दुल्ला ने उपराज्यपाल सिन्हा के साथ टेलीफोन पर बातचीत की और उन्हें स्थिति से अवगत कराया.
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