अमरनाथ न्यूज़: प्राकृतिक आपदा के बाद जम्मू जम्मू-कश्मीर प्रशासन ने बड़ा निर्णय लेते हुए अमरनाथ यात्रा पर अस्थायी रूप से रोक लगा दी गई। आज भी अमरनाथ के लिए श्रद्धालुओं का जत्था रवाना नहीं होगा। आज अमरनाथ गुफा के पास मौसम फिर से खराब हो गया है। यही वजह है कि आज भी यात्रा पर अस्थायी तौर पर रोक लगा दी गई है। बता दें कि शुक्रवार को बादल फटने की घटना के बाद प्रशासन ने ये फैसला लिया है। बादल फटने से आई बाढ़ के कारण 16 लोगों की मौत हुई थी, जबकि 105 लोग घायल हो गए थे। लापता लोगों की तलाश के लिए रेस्क्यू ऑपरेशन चलाया गया। बीती रात को रेस्क्यू ऑपरेशन जारी रहा था, लेकिन कोई भी शव इस दौरान बरामद नहीं हुआ है।
बादल फटने से आई बाढ़ के बाद 15,000 तीर्थयात्रियों को बचाया गया है। सभी श्रद्धालुओं को पंजतरणी के निचले आधार शिविर में भेजा गया है। कई लोगों के अब भी मलबे में दबे होने की आशंका के चलते शनिवार को बिना रुके तलाशी अभियान चला। इस दौरान रुक रुक कर बारिश भी होती रही। मलबे में लोगों का पता लगाने के लिए वॉल पेनिट्रेशन रडार की मदद भी ली गई थी। बेस कैंपों के आगे भक्तों की आवाजाही की अनुमति नहीं है। काफिले को केवल बेस कैंप क्षेत्रों से जम्मू जाने की अनुमति है। इस साल अमरनाथ यात्रा 43 दिनों तक चलेगी, जिसकी शुरुआत 30 जून को दो रास्तों से हुई थी।
इनमें से एक रास्ता 48 किलोमीटर लंबा है। ये रास्ता दक्षिण कश्मीर के पहलगाम स्थित नूनवन से होकर जाता है। दूसरा रास्ता पहले रास्ते की अपेक्षा छोटा है। यह मात्र 14 किलोमीटर का है। सीधी चढ़ाई वाला ये रास्ता मध्य कश्मीर के गांदरबल जिले के बलटाल से होकर गुजरता है।