Jammu: नाबालिग लड़की के अपहरण-बलात्कार के मामले में पुलिस के खिलाफ प्रदर्शन
RAJOURI राजौरी: राजौरी जिले Rajouri district के कालाकोट उपमंडल के अंतर्गत आने वाले एक गांव में अल्पसंख्यक समुदाय की नाबालिग लड़की के अपहरण व दुष्कर्म मामले में पुलिस पर उचित कार्रवाई न करने का आरोप लगाते हुए लोगों ने आज पुलिस के खिलाफ प्रदर्शन किया तथा राजौरी-कालाकोट मार्ग को जाम कर घंटों नारेबाजी की। हिंदू संगठनों के नेता चमन लाल शर्मा, राकेश शर्मा, विक्रम, पूर्व सरपंच ओम प्रकाश के नेतृत्व में परिवार के सदस्य, रिश्तेदार व क्षेत्र के लोग सड़क पर उतर आए तथा धरना-प्रदर्शन शुरू कर दिया। उन्होंने आरोप लगाया कि धर्मसाल पुलिस ने मामले को दबाने का प्रयास किया तथा आरोपी पक्ष का पक्ष लिया। उन्होंने बताया कि स्याल सुई गांव की अल्पसंख्यक समुदाय की नाबालिग लड़की को तीन दिन पहले कालाकोट के ही एक अन्य गांव के बहुसंख्यक समुदाय के लड़के ने अगवा कर लिया था। अल्पसंख्यक समुदाय के परिजनों ने हिंदू संगठनों के सदस्यों को इसकी जानकारी दी।
उन्होंने अपने स्तर पर उसकी लोकेशन ट्रेस कर पुलिस को सूचना दी। इसके बाद पुलिस ने उसे कश्मीर घाटी के पुलवामा से बरामद कर अपहरणकर्ता को गिरफ्तार कर लिया। प्रदर्शनकारियों ने एसएचओ धर्मसाल शब्बीर कोहली पर गंभीर आरोप लगाते हुए कहा कि नाबालिग का अपहरण करने के बाद उसके साथ दुष्कर्म भी किया गया और मेडिकल जांच में भी इसकी पुष्टि हुई, लेकिन इसके बावजूद एसएचओ ने अपहरणकर्ता पर नाबालिग का अपहरण और दुष्कर्म करने के आरोप में पोक्सो एक्ट भी नहीं लगाया और आरोपी पक्ष को फायदा पहुंचाने के लिए हल्की धाराएं दर्ज कर दीं। प्रदर्शनकारियों ने एसएचओ धर्मसाल पर मामले में रिश्वत लेने और आरोपियों को बचाने के गंभीर आरोप लगाए और उन्हें तुरंत निलंबित करने की मांग की। लोगों ने सड़क जाम कर दिया। डीएसपी कालाकोट सुरिंदर मोहन ने मौके पर पहुंचकर लोगों को शांत करने का प्रयास किया, लेकिन लोगों ने डीएसपी की एक न सुनी और एसएचओ को निलंबित करने की मांग पर अड़े रहे। मामले की गंभीरता को देखते हुए एडिशनल एसपी विक्रम कुमार मौके पर पहुंचे और लोगों को आश्वासन दिया कि उनकी सभी मांगों पर कार्रवाई की जाएगी और उन्हें हर हाल में न्याय मिलेगा। बाद में एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि एसएचओ शब्बीर कोहली को एएसपी कार्यालय में अटैच कर दिया गया है और मामले की जांच शुरू कर दी गई है। एएसपी के आश्वासन के बाद करीब पांच घंटे बाद प्रदर्शन समाप्त हुआ।