खराब मौसम और बारिश के चलते रोकी गई बालटाल-पहलगाम मार्ग पर अमरनाथ यात्रा, श्रद्धालुओं को अगले आदेश तक आधार शिविरों में रूकने की सलाह
खराब मौसम और रात से हो रही बारिश के बाद प्रशासन ने अमरनाथ यात्रा को अगले आदेश तक स्थगित कर दिया है।
जनता से रिश्ता वेबडेस्क। खराब मौसम और रात से हो रही बारिश के बाद प्रशासन ने अमरनाथ यात्रा को अगले आदेश तक स्थगित कर दिया है। बालटाल व पहलगाम मार्ग पर यात्रा को फिलहाल स्थगित कर दिया गया है। श्रद्धालुओं को अगले आदेश तक आधार शिविरों में ही रहने की हिदायत दी गई है। मौसम साफ होने के बाद भी यात्रा आरंभ करने पर निर्णय लिया जाएगा। हालांकि जम्मू से 5449 श्रद्धालुओं का जत्था कश्मीर के लिए रवाना कर दिया गया है।
श्राइन बोर्ड से मिली जानकारी के अनुसार बालटाल व पहलगाम मार्ग पर बारिश निरंतर जारी है। बारिश के दौरान अकसर मार्ग पर भूस्खलन का खतरा बना रहता है। श्रद्धालुओं की सुरक्षा के मद्देनजर फिलहाल यात्रा को दोनों मार्गों पर स्थगित कर दिया गया है। मार्ग पर मौजूद श्रद्धालुओं को रास्ते में बनाए गए विभिन्न आधार शिविरों में ही रुकने की हिदायत दी गई है। कैंप प्रबंधकों ने कहा कि मौसम में सुधार होने के बाद ही यात्रा को फिर से शुरू करने की इजाजत दी जाएगी। हालांकि यात्रा स्थगित होने की वजह से श्रद्धालुओं को किसी तरह की कोई परेशानी नहीं है। जहां-जहां भी श्रद्धालुओं को रोका गया है, वहां उनके रहने व खाने-पीने की पूरी व्यवस्था मौजूद है।
आपको बता दें कि 30 जून से आरंभ हुई अमरनाथ यात्रा में अभी तक डेढ़ लाख के करीब श्रद्धालु पवित्र गुफा में विराजमान हिमलिंग के दर्शन कर चुके हैं। गत दिनों पवित्र गुफा के नजदीक बादल फटने से जानमाल के भारी नुकसान के बाद भी श्रद्धालुओं के हौसले बुलंद है। बुधवार को बालटाल से पवित्र गुफा के लिए करीब दस हजार श्रद्धालु पवित्र गुफा के लिए रवाना किए गए थे। बाबा अमरनाथ यात्रा को लेकर श्रद्धालुओं में लगातार उत्साह बढ़ रहा है। इसका अंदाजा इस बात से भी लगाया जा सकता है कि आम तौर पर सुबह चार बजे बालटाल गेट से यात्रा पर श्रद्धालुओं को यात्रा के लिए भेजा जाता है लेकिन अब सुबह चार बजे से भी पहले श्रद्धालु यात्रा के लिए जा रहे है।
बाबा अमरनाथ की वार्षिक यात्रा 30 जून से शुरू हुई थी जो 11 अगस्त को रक्षा बंधन वाले दिन संपन्न होगी। यात्रा के लिए पहला जत्था जम्मू से 29 जून को रवाना हुआ था। पवित्र गुफा के नजदीक बादल फटने की घटना आठ जुलाई को हुई थी। उसके बाद तीन दिन तक यात्रा को रोका गया।