जम्मू कश्मीर में 4 महीने में खुली 1000 डेयरी, श्वेत क्रांति की तरफ बढ़े कदम

जम्मू कश्मीर तेजी से श्वेत क्रांति की ओर बढ़ रहा है। इसके लिए सरकार मिशन मोड में काम कर रही है। इस दिशा में पशुपालन विभाग के प्रयास का ही नतीजा है कि महज चार माह में राज्य में एक हजार से डेयरी खोली जा सकी हैं।

Update: 2022-02-19 04:07 GMT

जम्मू कश्मीर तेजी से श्वेत क्रांति की ओर बढ़ रहा है। इसके लिए सरकार मिशन मोड में काम कर रही है। इस दिशा में पशुपालन विभाग के प्रयास का ही नतीजा है कि महज चार माह में राज्य में एक हजार से डेयरी खोली जा सकी हैं। इसमें अच्छी नस्ल की गाय और भैंस रखी गई हैं। विभाग 5000 से ज्यादा डेयरी इकाइयों को पहले ही मंजूरी दे चुका है।

पशुपालन विभाग की तरफ से दूध उत्पादन में जम्मू कश्मीर को आत्मनिर्भर बनाने के लिए प्रयास किया जा रहा है। एकीकृत डेयरी विकास कार्यक्रम के तहत पड़ोसी राज्यों से अधिक दूध देने वाली गायों और भैंसों को राज्य में लाया जा रहा है। डेयरी खोलने के लिए सरकार की मदद से आर्थिक मदद दी जा रही है। डेयरी खोलने के लिए लोग दूसरे राज्यों से मवेशी ला सकते हैं, जिस पर सरकार सब्सिडी दे रही है। इसका असर यह हुआ है कि राज्य में डेयरी की संख्या तेजी से बढ़ने लगी है।

पशुपालन विभाग के इन प्रयासों से यह अनुमान जताया जा रहा है कि जम्मू संभाग में औसत दूध उत्पादन में लगभग तीन लाख लीटर प्रतिदिन की वृद्धि होगी। दुग्ध उत्पादन में वृद्धि होने से सरकार की आमदनी भी बढ़ेगी। सरकार ने पहले ही कहा है कि वह किसानों की आमदनी दोगुनी करने के लिए प्रयास करेगी। ये सारे प्रयास उसी दिशा में केंद्रित हैं।

पशुपालन विभाग डेयरी स्थापित करने पर विशेष जोर दे रहा है। इससे लोगों को रोजगार मिलेगा और किसानों की आमदनी बढ़ाने में भी मदद मिलेगी। विशेष रूप से महिलाओं और सीमावर्ती किसानों या कम आय वाले किसानों के लिए अच्छे अवसर प्रदान किए गए हैं। डेयरी स्थापित करने से किसान आत्मनिर्भर होंगे। -डा. सागर, निदेशक, पशुपालन विभाग जम्मू


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