पूर्व अकाली विधायक दीप मल्होत्रा, उनके सहयोगियों के घरों पर आयकर विभाग की छापेमारी
दो करीबी व्यापारिक सहयोगियों के घरों में भी तलाशी ली।
अकाली दल के पूर्व विधायक और शराब कारोबारी दीप मल्होत्रा के यहां आयकर विभाग ने गुरुवार को छापेमारी की। I-T अधिकारियों ने पूर्व विधायक के दो करीबी व्यापारिक सहयोगियों के घरों में भी तलाशी ली।
आयकर विभाग के सूत्रों ने खुलासा किया कि मल्होत्रा के बहीखातों की जांच के दौरान यह पाया गया कि समूह ने चालू आबकारी वर्ष के लिए अपनी कई लाइसेंस प्राप्त इकाइयों को इन सहयोगियों के नाम पर स्थानांतरित कर दिया था। नई आबकारी नीति के अनुसार आबकारी विभाग को हस्तांतरण शुल्क के रूप में 10 लाख रुपये का भुगतान करने के बाद आवंटी या लाइसेंसधारी के पास अपनी लाइसेंसशुदा इकाई को किसी अन्य व्यक्ति या फर्म को स्थानांतरित करने का विकल्प है।
आयकर विभाग और प्रवर्तन निदेशालय द्वारा दिल्ली आबकारी नीति की जांच शुरू करने और मामले में मल्होत्रा के बेटे गौतम को गिरफ्तार किए जाने के बाद, दीप मल्होत्रा ने अपनी कई इकाइयों को अन्य व्यक्तियों के नाम पर स्थानांतरित कर दिया।
ईडी ने फरवरी में दिल्ली आबकारी नीति मामले में गौतम को गिरफ्तार किया था।
इस बीच आयकर विभाग की कई टीमों ने आज मंसूरवाला गांव स्थित मालब्रोस इंटरनेशनल प्राइवेट लिमिटेड के एथनॉल प्लांट पर छापा मारा. मल्होत्रा के स्वामित्व वाले इस संयंत्र पर कथित तौर पर भूजल को प्रदूषित करने के आरोप लगे हैं। सांझा मोर्चा के बैनर तले स्थानीय लोग और किसान पिछले साल जुलाई से संयंत्र के बाहर विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं और इसे स्थायी रूप से बंद करने की मांग कर रहे हैं।
जानकारी के मुताबिक, आईटी विभाग की एक टीम सुबह 6.30 बजे प्लांट पहुंची। टीम के प्लांट में घुसने के बाद गेट बंद कर दिए गए और किसी को भी अंदर नहीं जाने दिया गया।
टीम ने कथित तौर पर प्लांट का रिकॉर्ड अपने कब्जे में ले लिया और जांच शुरू कर दी। हालांकि विभाग ने कुछ भी खुलासा करने से इनकार कर दिया।
फिरोजपुर में संयंत्र के मुख्य परिचालन अधिकारी पवन बंसल के आवास पर भी आयकर विभाग की एक टीम ने सुबह छापा मारा। घर में ताला लगा होने के बावजूद टीम ने अंदर घुसने के लिए ताला तोड़ा।
खबर लिखे जाने तक दोनों टीमों की जीरा व फिरोजपुर में छापेमारी जारी थी.