फोरलेन निर्माण से पयर्टन उद्योग को मिलेगा बढ़ावा व प्रदेश का होगा विकास: जयराम
शिमला। नेता प्रतिपक्ष एवं पूर्व मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने कहा कि हिमाचल प्रदेश में जिस प्रकार से फोरलेन का कार्य चल रहा है यह कल्पना से परे है। जिस तेज गति से यह काम हो रहा है उसे हिमाचल प्रदेश के विकास और पर्यटन को बहुत बढ़ावा मिलेगा। हिमाचल प्रदेश के इतिहास में पहली बार है कि पिछले 5 साल में 2700 किलोमीटर सड़क निर्माण हुआ है। शिमला से जारी बयान में उन्होंने कहा कि हिमाचल प्रदेश कनैक्टीविटी के मामले में काफ ी पीछे था लेकिन पिछले 5 साल में जब केंद्र व हिमाचल दोनों स्थानों पर भाजपा की सरकार थी तो सबसे श्रेष्ठ प्राथमिकता हिमाचल की कनैक्टीविटी को दी गई, चाहे वह रोड व ट्रेन हो या फिर एयर के माध्यम से हो। अगर हम किरतपुर से मनाली तक के नैशनल हाईवे की बात करें तो इसके अंतर्गत कई चरणों में काम हुआ है। इस प्रोजैक्ट की कुल लंबाई 159.38 किलोमीटर होगी और इस ऐतिहासिक प्रोजैक्ट पर कुल लागत 10,343 करोड़ होने जा रही है। इससे इस मार्ग की लंबाई में 49 किलोमीटर की कमी आई है और इससे लगभग साढ़े 5 घंटे की बचत होगी।
उन्होंने कहा कि इस प्रोजैक्ट के अंतर्गत किरतपुर से नेरचौक की कुल लंबाई 84.38 किलोमीटर है, जिसपर 3000 करोड़ खर्च हुआ है, इसी प्रकार नेरचौक से पंडोह तक की कुल लंबाई 27 किलोमीटर है और इसकी लागत 1500 करोड़ होगी, पंडोह से टकोली कुल लंबाई 19 किलोमीटर है और इस पर लागत 3700 करोड़ आएगी, टकोली से कुल्लू की कुल लंबाई 29 किलोमीटर है और इस पर लागत 1400 करोड़ होगी और कुल्लू से मनाली की कुल लंबाई 37.3 किलोमीटर है एवं इस पर लागत 743 करोड़ होगी। लंबाई और समय की दृष्टि से किरतपुर से नेरचौक 37 किलोमीटर 3 घंटे, नेरचौक से पंडोह तक 27 किलोमीटर 1 घंटा, पंडोह से टकोली 5 किलोमीटर 1 घंटा और टकोली से कुल्लू 2 किलोमीटर आधा घंटा कम होगी। जयराम ठाकुर ने कहा कि इस फ ोरलेन के निर्माण से एम्स में आने वाले मरीजों का आवागमन तेज होगा और ए.सी.सी. सीमैंट प्लांट के पास ट्रैफि क कंजैक्शन कम होगा। इस नैशनल हाईवे में जो टनल बनेगी वह आने वाले पर्यटक के लिए एक बहुत बड़ा आकर्षण का केंद्र होगी। आज अटल टनल को देखने के लिए दुनिया भर से पर्यटक आते हैं इसके लिए नैशनल हाईवे अथॉरिटी ऑफ इंडिया भी कार्य कर रही है। इस प्रोजैक्ट का3 हिस्सों का उद्घाटन किया जाएगा जिसकी कुल लागत एक ही 8100 करोड़ होगी।