किन्नौर में मौसम ने बदली करवट, छितकुल में बिछी बर्फ की चादर, ठंड से बचने को लोग घरों में कैद

किन्नौर जिला में मौसम के करवट बदलते ही छितकुल आदि कई क्षेत्रों में बर्फबारी का दौर शुरू हो गया है।

Update: 2022-11-10 01:08 GMT

न्यूज़ क्रेडिट : divyahimachal.com

जनता से रिश्ता वेबडेस्क। किन्नौर जिला में मौसम के करवट बदलते ही छितकुल आदि कई क्षेत्रों में बर्फबारी का दौर शुरू हो गया है। इस दौरान शीत हवाओं के चलने से ठंड में भारी इजाफा दर्ज किया जा रहा है। किन्नौर के ऊंचाई वाले क्षेत्रों में बर्फबारी के साथ-साथ मध्यम व निचले क्षेत्रों में हल्की बारिश होने से ठंड काफी अधिक बढ़ गई है। पर्यटन स्थल छितकुल में तो बर्फबारी का दौर देखा गया। नतीजन जिला मुख्यालय रिकांगपिओ, स्पिलो, पूह व सांगला आदि सभी मुख्य जनपदों पर ठंड बढऩे से लोग गर्म वस्त्रों में लिपटे हुए देखे गए। घरों में भी लोगों ने आग का सहारा लेना शुरू कर दिया है। ग्रामीण इलाकों में लोगों के खेत खलियानों में कई कार्य अभी भी जस के तस पड़े हैं। किन्नौर के कई ऊंचाई वाले इलाकों में अभी भी सेब पेड़ों में ही पड़े है।

बताया जा रहा है कि इस समय किन्नौर जिला के रिब्बा, नेसंग, ठंगी, मेंबर, आसरंग, लिप्पा, पांगी, रोपा व भावा बैली आदि क्षेत्रों में अभी भी 30 से 40 हजार के करीब सेब पेटियां बगीचों में पड़ी है। यदि बर्फबारी का दौर इन इलाकों में पढ़ती है, तो सेब की फसल के साथ-साथ पौधों को भी नुकसान हो सकता है। इसी तरह पशु चारा घास पति भी इक_ा करने का कार्य अभी भी लोगों के बचे हुए है। कई भेड़ पालक जो अभी भी अपने माल मवेशियों के साथ ऊंचाई वाले क्षेत्रों में थे वह भी ठंड बढऩे से तेजी से निकले इलाकों की और पलायन कर रहे हैं। रिकांगपिओ बाजार में सजी अस्थायी दुकानों में भी ठंड का असर देखा गया। ठंड बढऩे से जहां ग्राहकों की आमद इन अस्थायी दुकानों में कम देखी गई ।
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