कुल्लू: मनाली के सोलंग में 8 साल से पुल ना बनने से गुस्साए ग्रामीणों ने PWD के अधिकारियों को बंधक बना (PWD officials held hostage in solang) लिया. ग्रामीणों ने इन अधिकारियों को उस झूला पुल पर बंधक बनाया, जिसका इस्तेमाल वो सोलंग नाला को पार करने के लिए करते हैं.
ग्रामीणों में क्यों है रोष- दरअसल भारी बारिश के कारण सोमवार को सोलंग गांव को जोड़ने वाला अस्थायी पुल बह गया (Solang Footbridge Collapse) था. जिसमें दो किशोरों की बहने से मौत हो गई (two teenagers washed away in solang) थी. दोनों के शव मंगलवार को बरामद किए गए (two teenagers drowned in solang) थे. जिसके बाद ग्रामीण आक्रोश में थे. दरअसल सोलंग नाला पर एक पुल का काम पिछले 8 साल से अधर में लटका हुआ है. मंगलवार को लोक निर्माण विभाग के अधिकारी पुल निर्माण का जायजा लेने पहुंचे तो गुस्साए ग्रामीणों ने नारेबाजी शुरू कर दी.
झूला पुल पर अधिकारियों को बनाया बंधक- इसके बाद लोक निर्माण विभाग के दोनों अधिकारी झूला पुल का जायजा लेने पहुंचे, जिसके खराब होने की शिकायत ग्रामीणों की तरफ से की गई थी. लेकिन विभाग से अधिकारी कई दिनों के बाद पहुंचे तो लोगों का गुस्सा फूट पड़ा और दोनों को झूला पुल पर बंधक बना लिया. जब दोनों अधिकारी सोलंगनाला पार कर रहे थे. तभी ग्रामीणों ने झूले को रोक दिया और दोनों अधिकारी झूले में फंस गए. ग्रामीणों ने इसी तरह से लोक निर्माण विभाग के दोनों अधिकारियों को करीब 3 घंटे तक बंधक बनाए (Villagers held two PWD officials hostage) रखा और दोनों अधिकारी झूले में करीब 3 घंटे तक लटके रहे.
ग्रामीणों ने पहनाई जूतों की माला- दोनों अधिकारियों ने अपने विभाग और स्थानीय प्रशासन को इस बात की जानकारी दी. जिसके बाद स्थानीय प्रशासन और पुलिस की टीम मौके पर पहुंची और ग्रामीणों को शांत करने की कोशिश की. एसडीएम मनाली सुरेंद्र ठाकुर भी मौके पर पहुंचे और ग्रामीणों को समझाया. काफी देर के मान मनौव्वल के बाद ग्रामीण मान गए और दोनों अधिकारियों को झूले से नीचे उतारा गया. इसके बाद वहां मौजूद ग्रामीण महिलाओं ने बंधक बनाए गए एक जेई को जूतों की माला भी पहना दी.
PWD के अधिकारियों को पहनाई जूते की माला.
दरअसल सोलंग नाला पर एक पुल का निर्माण कार्य पिछले 8 साल से अधर में लटका हुआ है. सोलंग नाला पर स्थायी पुल ना होने के कारण लोगों को अपनी जान हथेली पर लेकर इसे पार करना पड़ता है. खासकर बरसात के मौसम में कई लोग अपनी जान तक गंवा बैठते हैं. एसडीएम मनाली ने ग्रामीणों को आश्वासन दिया कि बुधवार को डीसी कुल्लू आशुतोष गर्ग मौके का निरीक्षण करेंगे और ग्रामीणों से बातचीत के बाद उनकी समस्या का जल्द समाधान किया जाएगा.