शिमला: भाजपा ने हिमाचल सरकार द्वारा नियुक्त किए गए ओएसडी व सलाहकारों पर सवाल उठाया है। भाजपा के प्रदेश महामंत्री त्रिलोक कपूर ने आरोप लगाया है कि आठ महीने के कार्यकाल में सरकार ने 11 ओएसडी व सलाहकारों की फौज खड़ी कर दी है। यह फौज यूपी जैसे बड़े राज्यों से भी ज्यादा है। कपूर ने कहा कि उत्तर प्रदेश की आबादी 22 करोड़ से ज्यादा है। उत्तर प्रदेश में भी इतने ओएसडी व सलाहकार नहीं जितने आठ महीनों में हिमाचल सरकार ने नियुक्त किए है। उन्होंने आरोप लगाया है कि मुख्यमंत्री यारी निभाने के लिए प्रदेश की जनता पर आर्थिक बोझ डाल रहे हैं।
संवैधानिक रूप से हिमाचल प्रदेश में अपनी कुर्सी बचाने के लिए मुख्यमंत्री ने छह मुख्य संसदीय सचिव नियुक्त कर एक बहुत बड़ा आर्थिक बोझ प्रदेश की जनता पर डाल दिया। त्रिलोक कपूर ने कहा कि छोटे से हिमाचल प्रदेश जिसकी आबादी 72 लाख के लगभग है। यहां एक दर्जन से भी ज्यादा सलाहकार और एसडीके बटालियन खड़ी करना सीधा-सीधा प्रदेश के ऊपर आर्थिक बोझ है।
झूठी गारंटियों से हासिल की सत्ता
त्रिलोक कपूर ने कहा कि प्रदेश सरकार ने झूठी गांरटियों से प्रदेश की सत्ता हासिल की है। सरकार अभी तक एक भी गारंटी को पूरा करने में असमर्थ रही है, जबकि सरकार चुनाव वे पहले पहली कैबिनेट की बैठक में सभी गारंटियों को पूरा करने की बाते की गई थी। व्यवस्था परिवर्तन के नाम पर प्रदेश में एक हजार से ज्यादा सरकारी दफ्तर डिनोटिफाई किए गए है। ऐसे संस्थान चाहे वह शिक्षा, स्वास्थ्य और प्रशासन के क्षेत्र में थे। उनको डिनोटिफाइड करके व्यवस्था परिवर्तन का उदाहरण जनता के समक्ष रखा।