Shimla शिमला। हिमाचल प्रदेश में पिछले 24 घंटों से भारी बारिश हो रही है, जिससे पहाड़ी रिसॉर्ट शहर शिमला में काफी नुक्सान हुआ है। मूसलाधार बारिश के कारण कई पेड़ उखड़ गए हैं, जिसके कारण छोटा शिमला में सूचना और जनसंपर्क कार्यालय को आंशिक नुकसान हुआ है क्योंकि उस पर एक पेड़ गिर गया। राजधानी शिमला सहित प्रदेश के अलग-अलग हिस्सों में भारी बारिश से लैंड स्लाइड हो रही है। बुधवार को देर शाम को शिमला के मच्छी वाली कोठी में सड़क का एक बड़ा हिस्सा धंस गया है। जिससे कई मकान इसके चपेट में आ गये। भारत मौसम विज्ञान विभाग (IMD) ने अगले 24 घंटों के लिए हिमाचल प्रदेश के विभिन्न हिस्सों में भारी बारिश की चेतावनी जारी की है।
वहीं, प्रदेश में बारिश के चलते भूस्खलन से निगुलसरी में रामपुर-किन्नौर एनएच-पांच ठप हो गया है। सोलन-मीनस मार्ग भी 13 घंटे बंद रहा। राजधानी शिमला में मंगलवार रात को भारी बारिश से तीन पेड़ गिरे, कुछ क्षेत्रों में डंगे ढहे और भवनों को भी नुकसान हुआ है। बुधवार को शिमला में 2, डलहौजी में 4, मंडी में 1, कल्पा में 2 मिलीमीटर बारिश दर्ज हुई। प्रदेश के अन्य क्षेत्रों में मौसम साफ रहा। हिमाचल में वीरवार को भी बारिश का येलो अलर्ट जारी हुआ है।
जिला किन्नौर के निगुलसरी में एनएच-पांच भूस्खलन के कारण बाधित हो गया है। इससे जिले के हजारों लोगों को परेशानियां का सामना करना पड़ रहा है। ऊपरी पहाड़ी से लगातार हो रहे भूस्खलन से एनएच को बहाल करना चुनौती बना हुआ है। बुधवार सुबह भी करीब साढ़े छह बजे बाधित एनएच को बहाल करने में जुटी मशीन पर बोल्डर गिर गए और मशीन क्षतिग्रस्त हो गई। ऑपरेटर भी बाल-बाल बचा। बीते कई दिनों से निगुलसरी में एनएच-पांच ऊपरी पहाड़ी के दरकने से अवरुद्ध हो रहा है। यातायात ठप होने से जिले के हजारों लोगों को आवाजाही करने में भारी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है।