फर्जी आईजी मामले में आरोपी विनय अग्रवाल के बैंक खातों से करोड़ों रुपये के लेनदेन, जानिए पूरा मामला
आरोप है कि इनकी मदद से फर्जी आईजी बनकर विनय अग्रवाल नालागढ़, बद्दी, कालाअंब में उद्योगपतियों से वसूली करता था।
जनता से रिस्ता वेबडेस्क: फर्जी आईजी मामले में आरोपी विनय अग्रवाल के बैंक खातों से करोड़ों रुपये के लेनदेन की बात सामने आई है। आरोपी के खाते से रिश्तेदारों के खातों के अलावा कई अन्य लोगों के बैंक खातों में पैसा आया और गया है। आरोपी ने अपने बयान में सीआईडी की विशेष जांच टीम (एसआईटी) को जो जानकारी दी है, उसका बैंक खाते से मिलान किया गया है।
शिमला से एक टीम पंचकूला गई, जो रविवार शाम को रिकॉर्ड के साथ लौट आई है। अब बैंक खाते से कड़ियों को जोड़ा जाना है। अब आरोपी अग्रवाल के खाते से जिनको पैसा गया है, उनसे भी एसआईटी पूछताछ करेगी। अब तक जांच में डेढ़ करोड़ से ज्यादा अवैध वसूली की बात सामने आई है। एसआईटी आरोपी विनय अग्रवाल और उसके साथी राजीव सेठी से लगातार पूछताछ कर रही है।
इसके अलावा पंचकूला की ही एक फार्मा कंपनी के मालिक को भी पूछताछ के लिए बुलाया गया था। अग्रवाल और सेठी 23 फरवरी तक अंतरिम जमानत पर हैं। एसआईटी को आशंका है कि हिमाचल प्रदेश के औद्योगिक क्षेत्रों के अलावा अग्रवाल ने और भी कहीं फर्जी आईजी बनकर कारोबारियों से अवैध वसूली तो नहीं की।
इसलिए इस आशंका को लेकर भी तथ्य खंगाले जा रहे हैं। गौर हो कि अवैध वसूली मामले में हरियाणा सरकार के कुछ अफसरों की भी संलिप्तता पाई गई है। आरोप है कि इनकी मदद से फर्जी आईजी बनकर विनय अग्रवाल नालागढ़, बद्दी, कालाअंब में उद्योगपतियों से वसूली करता था।