हिमाचल के सिरमौर में मूसलाधार बारिश से भारी तबाही
हजारों बीघा जमीन बही, फसलें तबाह
नाहन: सिरमौर जिला में बीते 48 घंटे से भी अधिक समय से लगातार हो रही मूसलाधार बारिश ने जिला के लोगों को दहशत में खड़ा कर दिया है। जिला के लगभग तमाम हिस्से में झमाझम बारिश ने लोगों का घरों से निकलना मुश्किल कर दिया है। जिला के अधिकांश ग्रामीण संपर्क मार्ग बंद पड़े हैं तथा नदी-नाले उफान पर हैं। भारी बारिश को देखते हुए जिला प्रशासन ने सुरक्षा की दृष्टि से अलर्ट जारी कर दिया है। बीती रात सिरमौर जिला के कंडईवाला में जो बादल फटने जैसी स्थिति पैदा हो गई थी उससे निपटने के लिए प्रशासन, पुलिस, होमगार्ड के जवान, आपदा प्रबंधन व स्थानीय लोग रात भर मौके पर डटे रहे। जिला में 48 घंटे की बारिश के दौरान नाहन विधानसभा क्षेत्र में सर्वाधिक नुकसान का अनुमान है। जिला में जहां नेशनल हाई-वे, स्टेट हाई-वे व एमडीआर के साथ-साथ ग्रामीण क्षेत्रों की सडक़ें तहस-नहस हो गई हैं तो वहीं जिला में बहने वाली प्रमुख नदियों में शुमार यमुना नदी, बाता नदी, मारकंडा नदी, गिरि नदी, टौंस नदी, जलाल नदी, रूण नदी उफान पर है। नदी के किनारे सैकड़ों बीघा भूमि तबाह हो गई है।
नाहन क्षेत्र में कंडईवाला क्षेत्र में जहां 50 बीघा से अधिक भूमि बादल फटने की स्थिति से तबाह हो गई है तो वहीं एक कार, एक स्कूली बस, एक ट्रैक्टर, एक ट्रॉली, तीन दुकानें, गौशालाएं मलबे में ध्वस्त हो गई हैं। आधा दर्जन बेजुबान पशुओं ने अपनी जान गंवा दी है। नाहन के विधायक अजय सोलंकी कंडईवाला में राहत व बचाव का कार्य का जायजा लेने के लिए रात भर ग्राम पंचायत बर्मापापड़ी के कंडईवाला में प्रभावित लोगों के बीच रहे। नाहन क्षेत्र के कटोला के समीप एक महिला के मलबे में दबे होने की सूचना मिली है। अभी तक उक्त महिला का कोई अता-पता नहीं चल पाया है। इसके अलावा एक वृद्ध व्यक्ति भी लापता बताया जा रहा है। कंडईवाला, कटोला, मारकंडा पुल, बनकला, शंभूवाला, त्रिलोकपुर आदि क्षेत्रों में हजारों बीघा भूमि बारिश व मलबे की चपेट में आई है। किसानों की लाखों रुपए की फसलें बर्बाद हो गई हैं तथा भूमि कटाव से पशुधन को भी भारी नुकसान हुआ है। नाहन के विधायक अजय सोलंकी ने बताया कि सभी अधिकारियों को नाहन विधानसभा क्षेत्र में हुए नुकसान की रिपोर्ट तैयार करने को कहा गया है। उधर पांवटा विधानसभा क्षेत्र में भी भारी बारिश से करोड़ों का नुकसान हुआ है। पांवटा क्षेत्र क्योंकि मैदानी क्षेत्र है ऐसे में जलभराव की वजह से किसानों की फसलें बर्बाद हो गई हैं। पांवटा साहिब प्रशासन ने नदियों के किनारे गोताखोर तैनात कर दिए हैं। एसडीएम पांवटा साहिब गुंजित चीमा व डीएसपी पांवटा मानवेंद्र ठाकुर बारिश के दौरान हो रहे नुकसान का जायजा लेने के लिए पूरे क्षेत्र की पेट्रोलिंग कर रहे हैं। उधर शिलाई विस क्षेत्र में पांवटा-गुम्मा-शिलाई नेशनल हाई-वे पर जगह-जगह भारी मलबा आ गया था, परंतुु नेशनल हाई-वे में डबल लेन का कार्य कर रही कंपनियों की मशीनों ने मार्ग को खोलने का प्रयास किया। नाहन-पांवटा व नाहन-कालाअंब के अलावा नाहन-श्रीरेणुकाजी मार्ग भी घंटों भारी बारिश की वजह से अवरुद्ध रहे।
उद्योग मंत्री लेंगे जायजा
सिरमौर जिला में भारी बारिश से हो रहे नुकसान का जायजा लेने के लिए हिमाचल प्रदेश सरकार के उद्योग, संसदीय कार्य एवं आयुष मंत्री हर्षवर्धन चौहान 16 अगस्त को पांवटा व शिलाई के दौरे पर रहेंगे। इस दौरान उद्योग मंत्री नाहन, पांवटा साहिब व शिलाई क्षेत्रों में बारिश से हुए नुकसान का आंकलन करेंगे।
अनावश्यक घर से न निकले
डीसी सिरमौर सुमित खिमटा ने बताया कि जिला में अभी बारिश की संभावनाएं हैं। लोगों को सूचित किया जाता है कि अनावश्यक घरों से बाहर सफर पर न निकलें। नदी-नालों के किनारे न जाएं। आपात स्थिति की जानकारी तुरंत जिला प्रशासन को दें।