आज हिमाचल में बढ़ेगा मरीजों का मर्ज, यहां यहां के चिकित्सक रहेंगे सामूहिक आकस्मिक अवकाश पर
क्या प्रदेश के मेडिकल कालेजों के चिकित्सकों के मौन प्रदर्शन के बाद सरकार टूटेगी और चिकित्सकों की सुध लेगी, यह तो मंगलवार को ही मालूम होगा, लेकिन मंगलवार को मेडिकल कालेजों के चिकित्सकों के सामूहिक मास कैजुअल लीव पर जाने के कारण मरीजों का मर्ज और अधिक बढ़ जाएगा।
जनता से रिश्ता वेबडेस्क। क्या प्रदेश के मेडिकल कालेजों के चिकित्सकों के मौन प्रदर्शन के बाद सरकार टूटेगी और चिकित्सकों की सुध लेगी, यह तो मंगलवार को ही मालूम होगा, लेकिन मंगलवार को मेडिकल कालेजों के चिकित्सकों के सामूहिक मास कैजुअल लीव पर जाने के कारण मरीजों का मर्ज और अधिक बढ़ जाएगा। यदि इंदिरा गांधी मेडिकल कालेज व अस्पताल की करें, तो यहां पर आईजीएमसी व डेंटल कालेज के ही 250 चिकित्सक सामूहिक अवकाश पर रहेंगे, जबकि मंडी, टांडा, हमीरपुर, चंबा के चिकित्सक भी सामूहिक अवकाश पर रहेंगे। हालांकि नाहन मेडिकल कालेज से अभी तक सेमडिकोट को कोई जबाव नहीं मिला है। मेडिकल कालेज के चिकित्सकों को अकादमिक भत्ता न देने और सरकार द्वारा गठित की गई कमेटी द्वारा सात माह में कोई निर्णय न लेने आदि मांगों से आहत मेडिकल कालेजों के चिकित्सकों ने सामूहिक मास कैजुअल लीव पर जाने का निर्णय लिया है। उधर, हिमाचल मेडिकल ऑफिसर्ज एसोसिएशन ने भी मेडिकल कालेजों के चिकित्सकों का समर्थन करते हुए मंगलवार को काले बिल्ले लगाकर काम करने का निर्णय लिया है। सुभाषीश पंडा, स्वास्थ्य सचिव ने कहा कि मेडिकल कालेजों में रेजिडेंट्स डाक्टर मरीजों की जांच का जिम्मा संभालेंगे और अस्पताल प्रशासन को अपने स्तर पर सुविधाएं देने के निर्देश दिए गए हैं। उन्होंने डाक्टरों से काम पर लौटने का आग्रह किया है। उनकी मांगों पर विचार किया जा रहा है। डायरेक्टर मेडिकल एजुकेशन से भी विचार विमर्श किया जा रहा है।