इस दफा विधानसभा परिसर में खाली रहेंगे इनके कमरे, पहली बार बिना मंत्रियों के चलेगा सदन

Update: 2022-12-17 07:30 GMT
धर्मशाला
तपोवन स्थित विधानसभा भवन में ऐसा पहली बार होगा जब बिना मंत्रियों के विधानसभा का शीतकालीन सत्र होगा। अब तक के पुराने इतिहास को देखें तो सरकार बनते ही पहला काम मंत्रिमंडल के गठन का होता रहा है। विधानसभा सत्र के दौरान मुख्यमंत्री अपने मंत्रिमंडल सहयोगियों और विधानसभा सदस्यों के साथ ही विधानसभा सत्र में भाग लेते हैं, लेकिन इस बार मंत्रिमंडल के बजाय मुख्यमंत्री के साथ सिर्फ उपमुख्मंत्री होंगे। अन्य सभी विधायक के रूप में ही यहां आएंगे। अपनी तरह का अलग संयोग यहां विधानसभा सत्र के दौरान देखने को मिलेगा। सत्ता पक्ष ही नहीं, इस बार अभी तक विपक्ष भी नेता प्रतिपक्ष का चयन नहीं कर पाया है। ऐसे में अभी तक न तो सरकार के पास मंत्रिमंडल है और न ही विपक्ष के पास नेता प्रतिपक्ष।
ऐसे में विधानसभा के शीतकालीन सत्र में विधायक को शपथ ग्रहण समारोह तो होगा, लेकिन विधानसभा परिसर में बने मंत्रियों के कमरे खाली ही रहेंगे। एक कमरे में मुख्यमंत्री तो एक कमरे में उपमुख्यमंत्री बैठेंगे। विधानसभा अध्यक्ष और उपाध्यक्ष का चुनाव भी सत्र के दौरान दूसरे दिन किया जाएगा। जवाली के विधायक चौधरी चंद्र कुमार को प्रोटेम स्पीकर तो बनाया गया है, लेकिन स्थायी विधानसभा अध्यक्ष कौन होगा, इस बात को लेकर अभी स्थिति स्पष्ट नहीं हो पाई है। ऐसे में यह पहला मौका होगा, जब विधानसभा में अलग तरह की तस्वीर देखने को मिलेगी। सत्ता पक्ष के विधायक भी विधानसभा गैलरी में वरिष्ठता के आधार पर ही बैठे हुए नजर आएंगे।
सर्किट हाउस में ठहरेंगे मुख्यमंत्री
22 से 24 दिसंबर तक तपोवन में होने वाले विधानसभा के शीतकालीन सत्र के लिए सरकार व जिला प्रशासन ने तैयारियां शुरू कर दी हैं। मुख्यमंत्री सुखविंद्र सिंह सुक्खू सर्किट हाउस में ठहरेंग, तो पूर्व मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर सहित भाजपा विधायकों को धर्मशाला के निजी होटल में ठहराया जाएगा। इसके अलावा सत्तापक्ष के विधायक भी शहर के होटलों व स्थानीय रेस्ट हाउस में ठहरेंगे। जिला प्रशासन ने विधानसभा भवन सहित पूरे क्षेत्र को सजाने संवारने का काम शुरू कर दिया है।
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