हिमाचल के पांचों शक्तिपीठों में अष्टमी पर खूब लगे जयकारे, सुबह से भक्तों की लाइनें, 75500 भक्त नमतस्तक

प्रदेश में अश्विन नवरात्र मेलों के चलते अष्टमी पर सोमवार को शक्तिपीठों में 75500 श्रद्धालुओं ने मांग के चरणों में माता टेका।

Update: 2022-10-04 04:29 GMT

न्यूज़ क्रेडिट : divyahimachal.com

जनता से रिश्ता वेबडेस्क। प्रदेश में अश्विन नवरात्र मेलों के चलते अष्टमी पर सोमवार को शक्तिपीठों में 75500 श्रद्धालुओं ने मांग के चरणों में माता टेका। मां के दर्शनों के लिए मंदिरों में सुबह से ही भक्तों की लाइने लगना शुरू हो गई थीञ अष्टमी पर चिंतपूर्णी, ज्वाला जी, नयनादेवी, बज्रेश्वरी देवी व चामुंडा देवी मंदिर में 75500 श्रद्धालुओं ने हाजिरी भरी। अश्विन नवरात्र मेलों के सप्तमी पर चार शक्तिपीठों में 51 लाख 52 हजार 919 रुपए नकद चढ़ावा, 36 ग्राम 400 मिलीग्राम सोना और चार किलो 35 ग्राम चांदी चढ़ावे के रूप में प्राप्त हुई है। ऊना जिला के उपायुक्त राघव शर्मा ने बताया कि चिंतपूर्णी मंदिर में सोमवार को 11500 श्रद्धालुओं ने शीश नवाया। वहीं, सप्तमी पर मंदिर न्यास को 11 लाख 815 रुपए नकद चढ़ावा प्राप्त हुआ है।

उधर, नयनादेवी मंदिर में सात हजार श्रद्धालुओं ने मां के दर्शन किए। एसडीएम राज कुमार ने बताया कि सप्तमी पर 19 लाख 42 हजार 574 रुपए नकद चढ़ावा, 24 ग्राम 600 मिलीग्राम सोना और दो किलो 800 ग्राम चांदी चढ़ावे के रूप में प्राप्त हुई है। वहीं, ज्वाला जी मंदिर में 15 हजार श्रद्धालुओं ने माथा टेका। मंदिर अधिकारी वचित्र सिंह ने बताया कि सप्तमी पर 12 लाख 14 हजार 134 रुपए नकद, 11 ग्राम 800 मिलीग्राम सोना और एक किलो 235 ग्राम चांदी अर्पित की गई। इसके अलावा बज्रेश्वरी मंदिर में अष्टमी पर 20 हजार भक्तों ने हाजिरी भरी। मंदिर अधिकरी सुरेश शर्मा ने बताया कि सप्तमी पर आठ लाख 95 हजार 396 रुपए नकद चढ़ावा मां के चरणों में अर्पित किया। उधर, चामुंडा देवी मंदिर में 22 हजार श्रद्धालुओं ने मां के चरणों में शीश नवाया।
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