शिमला। प्रदेश के कोने-कोने व दूरदराज क्षेत्र में रह रहे युवाओं को प्रदेश, देश व विदेश में रोजगार के अवसर मुहैया होंगे। राज्य के युवाओं को प्रदेश, देश और विदेश में रोजगार उपलब्ध करवाने के दृष्टिगत इम्प्लॉयमैंट एम.आई.एस. सॉफ्टवेयर में आवश्यक संशोधन करना आरंभ कर दिया है। मुख्यमंत्री रोजगार संकल्प सेवा के तहत यह सॉफ्टवेयर अपडेट हो रहा है और जल्द ही यह सॉफ्टवेयर तैयार हो जाएगा, जिसमें प्रदेश, देश व विदेश में नौकरी से संबंधित समस्त जानकारी उपलब्ध होगी, ताकि प्रदेश के युवाओं को प्रदेश, देश व विदेश में रोजगार के अवसर मुहैया हो सकें। मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू द्वारा अपने पहले बजट में मुख्यमंत्री रोजगार संकल्प सेवा शुरू करने की घोषणा के तहत श्रम व रोजगार विभाग इम्प्लॉयमैंट एम.आई.एस. सॉफ्टवेयर में संशोधन का कार्य करना आरंभ कर चुका है। जल्द ही यह सॉफ्टवेयर एडवर्टाइज होगा। इसके माध्यम से प्रदेश के दूरदराज के क्षेत्रों के युवाओं को प्रदेश, राष्ट्रीय व अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर उपलब्ध रोजगार के अवसरों से जोड़ा जाएगा, ताकि प्रदेश के युवाओं की उचित जॉब प्लेसमैंट हो सके।
एम.आई.एस. सूचना प्रौद्योगिकी, लोगों, और व्यावसायिक प्रक्रियाओं का उपयोग डाटा को रिकॉर्ड करने, संग्रहित करने और संसाधित करने का काम करता है जोकि सूचना निर्माता दिन-प्रतिदिन निर्णय लेने के लिए उपयोग कर सकते हैं। एम.आई.एस. सिस्टम, हार्डवेयर, प्रक्रियाओं और लोगों का एक संग्रह है जो सभी संगठनों के लिए उपयोगी जानकारी को संसाधित करने, संग्रहित करने और उत्पादन करने के लिए एक साथ काम करते हैं। इसी कड़ी में इसे रोजगार के साथ जोड़ा जाएगा, जिसमें राज्य, राष्ट्रीय व अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर उपलब्ध रोजगार के अवसरों को इसमें समाहित किया जाएगा, जिससे राज्य के युवा किसी भी कोने से रोजगार पाने में सक्षम हो सकेंगे। प्रदेश सरकार ने एक और व्यवस्था राज्य के युवाओं को रोजगार दिलाने के लिए की है। इसके तहत युवाओं को विदेशों में रोजगार उपलब्ध करवाने के लिए श्रम एवं रोजगार विभाग विभिन्न दूतावासों और आऊटसाइड एवं ओवरसीज हिमाचलियों से संपर्क करके युवाओं को अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर रोजगार उपलब्ध करवाने में मदद करेगा। इसके लिए हिमाचल कौशल विकास योजना को इसका खाका तैयार करने के लिए कहा गया है, ताकि जल्द ही इस व्यवस्था को भी आरंभ किया जा सके। सचिव श्रम एवं रोजगार हिमाचल सरकार अक्षय सूद का कहना है कि इम्प्लॉयमैंट एम.आई.एस. सॉफ्टवेयर में बदलाव हो रहा है और इसमें फिजिकली वैरीफिकेशन को समाप्त करने का प्रयास किया जा रहा है, ताकि युवाओं को ऑनलाइन माध्यम से ही जॉब प्लेसमैंट मिल सके। विदेशों में रोजगार उपलब्ध करवाने वाली योजना का कार्य एच.पी.के.वी.एन. को दिया गया है।