स्कूल के शिक्षकों की आपसी खींचतान बच्चों पर भारी पड़ा
राजकीय प्राथमिक विद्यालय खर्थी के बच्चों की जान की सुरक्षा खतरे में
मंडी: सुंदरनगर शिक्षा खंड दो के अंतर्गत राजकीय प्राथमिक विद्यालय खर्थी के बच्चों की जान की सुरक्षा खतरे में है। मध्य व प्राथमिक विद्यालय के शिक्षकों की आपसी खींचतान व मनमानी के कारण इस पहाड़ी क्षेत्र के करीब 70 बच्चों की सुरक्षा खतरे में देख स्थानीय लोगों ने मोर्चा खोल दिया है और इस संबंध में डीएम को लिखित शिकायत कर कार्रवाई की मांग की गयी है. राज्य के शिक्षा मंत्री रोहित ठाकुर. मांग की गई है. स्कूल प्रबंधन समिति के अध्यक्ष समेत स्थानीय लोगों ने बताया कि करीब एक साल पहले से स्कूल में ऐसे मामले आ रहे हैं. नये शिक्षक के कार्यभार ग्रहण करने के बाद मध्य विद्यालय के बच्चों को वर्षों से एक साथ होने वाली प्रार्थना सभा से हटा दिया गया और उसके बाद मध्याह्न भोजन को भी अलग कर दिया गया है.
अब स्कूलों में बच्चों की सुरक्षा के लिए लोहे की फेंसिंग से बनी सुरक्षा दीवार को हटा दिया गया है. जिससे यहां पढ़ने वाले बच्चों की जान की सुरक्षा खतरे में है। जिससे पूरे इलाके में आक्रोश बढ़ रहा है. स्कूल प्रबंधन समिति के अध्यक्ष घनश्याम सहित चुनी लाल व हीरावती ने कहा कि स्कूल की फेंसिंग हटाने से दोनों स्कूलों के 70 से अधिक बच्चों की जान खतरे में पड़ गई है। शिक्षा मंत्री रोहित ठाकुर ने मामले की जांच कर कार्रवाई की मांग की है. इस संबंध में प्राथमिक विद्यालय के प्रभारी दिला राम ने बताया कि प्राथमिक विद्यालय में 38 बच्चे हैं. सुरक्षा दीवार के लिए लगाई गई लोहे की फेंसिंग पर 97 हजार की राशि खर्च की गई है। जबकि मिडिल स्कूल ने ऐसी फेंसिंग लगाने पर 57 हजार खर्च किए हैं, लेकिन अब इसे मिडिल स्कूल ने हटा दिया है. वहीं, खर्थी मध्य विद्यालय के प्रभारी शिक्षक ओम प्रकाश ने बताया कि विद्यालय में किसी कंपनी द्वारा जल शोधक उपकरण दिया गया था, जो काफी दिनों से यूं ही पड़ा हुआ था. इसकी सुरक्षा के इंतजाम किये गये हैं. स्कूल में 30 बच्चे हैं और समय भी अलग हो सकता है. मध्याह्न भोजन के लिए 25 बच्चों के बाद अतिरिक्त कर्मी नियुक्त करने का नियम है. जिसके कारण मध्याह्न भोजन को अलग कर दिया गया है.