बैजनाथ: ऐतिहासिक शिव मंदिर बैजनाथ में सावन माह के चौथे सोमवार पर शिव भक्तों की पहले की तरह खूब भीड़ उमड़ी। वैसे तो सावन माह में शिव मंदिर बैजनाथ में प्रतिदिन भारत वर्ष के कोने-कोने से आने वाले शिव भक्तों का आवागमन जारी रहता है, मगर सावन माह के सोमचारों को हजारों की संख्या में शिव भक्त मंदिर पहुंच कर भोलेनाथ के दर्शन कर पुण्य फल प्राप्त करते हैं। रविवार को छुट्टी होने के कारण पूरा दिन मंदिर में शिव भक्तों की काफी भीड़ उमड़ी। सोमवार को चौथे सोमवार को सुबह चार बजे मंदिर के कपाट खुलने के साथ ही भारी बारिश ने खलल डाला, जिसके चलते शिव भक्तों का आवागमन शुरू तो हो गय, मगर भारी बारिश के कारण सुबह दस बजे तक के कम ही लोग मंदिर पहुंचे। मौसम के खुलते ही दस बजे के बाद धीरे- धीरे भक्तों की लाइनें मंदिर परिसर से मुख्य गेट से होती हुई बाहर उद्यान तक जा पहुंची। पूरा उद्यान भक्तों से भर गया।
भोलेनाथ के दर्शन करने के लिए भक्तों को घंटो लाइनों में लगना पड़ा। यह क्रम सायंकालीन आरती के बाद तक जारी रहा। चौथे सोमवार को 50 हजार के करीब शिव भक्तों ने भोलेनाथ के दर्शन कर पुण्य फल प्राप्त किया। सोमवार मंदिर ट्रस्ट के घनश्याम अवस्थी, मिलाप राणा, इंद्र, नंदा, रमेश चड्ढा, सुरेश फुंगरी, मुनीष शर्मा व विजय के साथ सदस्य द्वारा शिव मंदिर में अपनी सेवाएं दी। इस मौके पर अनुराग शर्मा द्वारा भंडारे का प्रसाद भोलेनाथ को अर्पित किया। सोमवार को बैजनाथ फार्मेसी की तरफ से प्रवीण द्वारा विशाल भंडारे का आयोजन किया गया। यही नहीं, शिव भक्तों द्वारा सुबह ही मंदिर के बाहर भक्तों को केले-सेब का प्रसाद बांटा गया। सुबह चार बजे से ही भक्तों ने खीर गंगा घाट में स्नान करने के उपरांत भोलेनाथ के दर्शन कर पूजा- अर्चना की। 14 अगस्त को सावन माह के अंतिम सोमवार मेले का आयोजन होगा। इसके बाद महाकालेश्वर मंदिर महाकाल में भाद्रपद मास के शनिवार मेलों का आयोजन शुरू हो जाएगा। इस बार 19 अगस्त से भाद्र पद मास के पहले शनिवार मेले का आयोजन होगा। इस बार महाकालेश्वर मंदिर महाकाल में भाद्रपद मास के पांच शनिवार मेले होंगे। सावन माह में शिव नगरी बैजनाथ भक्तिमय माहौल में डूबी हुई है।