बज गई विधानसभा चुनाव की रणभेरी

बड़ी खबर

Update: 2022-10-15 09:53 GMT
मंडी। एक बार फिर से प्रदेश में विस चुनावों की रणभेरी बज उठी है। चुनाव आयोग ने हिमाचल प्रदेश में अगामी विस चुनावों का ऐलान कर दिया है। 12 नवंबर को हिमाचल प्रदेश में मतदान होगा और आठ दिसंबर को रिवाज बदलेगा या प्रदेश की सत्ता बदलेगी, इसका नतीजा सामने आ जाएगा, लेकिन इस बार भी प्रदेश की सत्ता तक पहुंचने में छोटी काशी 2017 के विस चुनावों की तरह अहम भूमिका निभाएगी। 2017 के विस चुनावों में मंडी जिला के साथ संसदीय क्षेत्र मंडी में भी कांग्रेस का सूफड़ा साफ हो गया था। संसदीय क्षेत्र में 17 सीटों में से 14 सीटें भाजपा ले गई थी। मंडी जिला में तो कांग्रेस के सभी दिग्गज नेताओं सहित सभी प्रत्याशी हार गए थे और भाजपा को दस में से नौ सीटों पर जीत मिली थी, जबकि जोगिंद्रनगर में भी कांग्रेस और भाजपा को आजाद प्रत्याशी प्रकाश राणा से मात मिली थी।
मंडी संसदीय क्षेत्र में इस शानदार प्रदर्शन के बूते ही भाजपा की सत्ता में वापसी का दरवाजा खुला था। इस बार भी क्या भाजपा ऐसा ही इतिहास दोहरा पाएगी या फिर कांग्रेस पांच वर्ष बाद अब 2022 के विस चुनावों से मंडी जिला व संसदीय क्षेत्र में वापसी करेगी, इसकी जोरआजमाइश अब विस चुनाव की घोषणा के साथ ही शुरू हो गई है। हालांकि इस बार मंडी जिला में कांग्रेस की डगर 2017 के विस चुनावों से भी मुशिकल नजर आ रही है। मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर मंडी से हैं और अगर भाजपा विस चुनावों में फिर से बहुमत हासिल करती है तो ऐसे में जयराम ठाकुर ही फिर से मुख्यमंत्री बनेंगे, इस बात की ही प्रबल संभावना है। ऐसे में इस बार विस चुनावों में मंडी जिला में कांग्रेस का मुकाबला न सिर्फ भाजपा के मजबूत संगठन, बल्कि मुख्यमंत्री की कुर्सी से भी होगा। छोटी काशी मंडी में भाजपा विस चुनावों में मुख्यमंत्री की कुर्सी के नारे को खूब उठाएगी, जबकि कांग्रेस के पास भाजपा के इस बार का कोई करारा जवाब भी नहीं होगा। हालांकि कांग्रेस इस विस चुनाव से मंडी जिला के साथ प्रदेश में वापसी के दावे जरूर कर रही है। संसदीय उपचुनाव में प्रतिभा सिंह जीत के बाद कांग्रेस के हौसले मंडी संसदीय क्षेत्र में मजबूत हुए हैं, लेकिन इसका लाभ विस चुनाव में कितना कांग्रेस को मिलता है या कांग्रेस ले पाती है, इस पर ही कांग्रेस की हार जीत निर्भर करेगी। (एचडीएम)
टिकटों की घोषणा के साथ साफ होगी तस्वीर
विस चुनावों के लिए अभी तक किसी भी दल ने मंडी जिला से किसी प्रत्याशी के नाम की घोषणा नहीं की है। अगले दो चार दिनों में टिकटों का ऐलान होगा, जिसके बाद मंडी में भाजपा कांग्रेस की जंग की तस्वीर साफ हो सकेगी।
आप पर भी टिकी सबकी नजरें
मंडी जिला में आम आदमी पार्टी पर भी सबकी नजरें टिकी हुई हैं। हालांकि पिछले कुछ समय से जिला में पार्टी के बढ़ते ग्राफ पर ब्रेक लगी है। कांग्रेस व अन्य दलों को छोड़ कर आप में आए नेता एक एक करके पार्टी को पिछले कुछ समय में छोड़ चुके हैं, लेकिन इसके बाद भी आम आदमी पार्टी किस तरह से यह चुनाव लड़ेंगी, इस पर आम जनता की नजरें जरूर हैं।
Tags:    

Similar News

-->