शिमला: कत्था उद्योग के गणित में गड़बड़ी मिलने के बाद सचंालक को 20 लाख रुपए से ज्यादा की राशि जमा करवानी पड़ी है। गुप्त सूचना के आधार पर दक्षिण क्षेत्र शिमला की निगरानी में टीम ने उद्योग पर दबिश दी थी। पावंटा साहिब के कत्था उद्योग में रजिस्टर जांचने पर स्टॉक में गड़बड़ी का खुलासा हुआ। हालांकि इस दौरान उद्योगपति ने अपनी गलती मानते हुए तय राशि को मौके पर ही जमा करवा दिया। फिलहाल, इस पूरे मामले में विभागीय जांच के दौरान स्टॉक में गड़बड़ी पाए जाने के बाद कत्था उद्योग संचालक को 20 लाख चार हजार 590 रुपए की राशि जमा करवानी पड़ी है। गुप्त सूचना मिलने के बाद दक्षिण क्षेत्र (शिमला) के निरीक्षण में सहायक आयुक्त राज्य कर एवं आबकारी पांवटा साहिब-एक और अन्य अधिकारियों की टीम ने उद्योग का निरीक्षण किया। इस जांच के दौरान भौतिक सत्यापन किया गया।
इसमें 96 लाख 84 हजार रुपए के स्टॉक में भिन्नता पाई गई। जब इसकी जानकारी संचालक को दी गई तो उसने इस गड़बड़ी को सुधारने और पेनल्टी भरने की बात कही। आबकारी एवं कराधान विभाग ने संचालक को 20 लाख चार हजार 590 रुपए की राशि जमा करवाने के आदेश दिए और इन आदेशों को मानते हुए संचालक ने तय राशि आबकारी एवं कराधान विभाग के खाते में जमा करवा दी। आबकारी एवं कराधान विभाग के राज्य आयुक्त युनुस ने बताया कि अतिरिक्त आयुक्त राज्य कर एवं आबकारी, दक्षिण क्षेत्र (शिमला) के निरीक्षण में सहायक आयुक्त राज्य कर एवं आबकारी पांवटा साहिब-एक और अन्य अधिकारियों की टीम ने सिरमौर जिला में एक कत्था इकाई का निरीक्षण किया। उन्होंने बताया कि राज्य कर एवं आबकारी विभाग कर चोरी के मामलों का पता लगाने के लिए कड़ी निगरानी रख रहा है।