ऋषिकेश न्यूज़: लालपानी में वनभूमि पर प्रस्तावित कूड़ा निस्तारण एवं प्रोसेसिंग प्लांट के मसले को सुलझाने के लिए प्रशासन और ग्रामीण के बीच हुई वार्ता विफल हो गई है. प्रशासन की तमाम कोशिशों के बावजूद प्लांट का विरोध कर रहे ग्रामीण मानने को तैयार नहीं हैं. करीब 10 हेक्टेयर भूमि प्लांट के लिए नगर निगम को हस्तांतरित होने के बाद अब ग्रामीणों ने जमीन की सुरक्षा दीवार लगाने से भी दो टूक इनकार कर दिया है. आंदोलनरत ग्रामीणों ने मौजूदा जमीन से करीब पांच किलोमीटर दूर प्लांट निर्माण की मांग दोहराई है.
तहसील में हुई बैठक में आंदोलनरत ग्रामीणों के साथ एसडीएम और नगर आयुक्त ने वार्ता की. इस दौरान उन्हें इस प्लांट से किसी भी तरह का प्रदूषण नहीं होने का भरोसा दिलाया गया. पर्यावरण, प्रदूषण और कूड़ा प्रबंधन विशेषज्ञों से वार्ता करने के लिए एक डेलीगेट तैयार करने के लिए कहा. प्लांट से संबंधित शंकाओं पर जानकारी हासिल करने की भी बात कही. नगर आयुक्त राहुल कुमार गोयल ने हस्तांतरित भूमि की सुरक्षा के लिए चाहरदीवारी करने की बात कही, तो आंदोलनरत ग्रामीण बिफर गए. आंदोलन से जुड़े पुरूषोत्तम बड़ोनी ने कहा कि आबादी से करीब पांच किलोमीटर दूर प्लांट और रास्ते के निर्माण पर ही वह राजी होंगे. इसके सिवाय प्लांट निर्माण को लेकर वार्ता करना बेकार है. ग्रामीणों के अपनी मांग पर अड़े रहने से भी वार्ता विफल हो गई. मौके पर एसडीएम सौरभ असवाल, वन विभाग की एसडीओ स्पर्श काला, प्रभारी निरीक्षक खुशीराम पांडे, सहायक नगर आयुक्त रमेश रावत, जिपं सदस्य संजीव चौहान, पार्षद वीरेंद्र रमोला, विजेंद्र मोघा, प्रधान दीपका व्यास, रंजीत थापा, विजया नौटियाल, रमजान आदि रहे.