शिमला। हिमाचल प्रदेश भाजपा अध्यक्ष सुरेश कश्यप ने अपने पद से इस्तीफा दे दिया है। उन्होंने अपना इस्तीफा भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जगत प्रकाश नड्डा को सौंपा है, ऐसे में उनके इस्तीफे के स्वीकार होने की स्थिति में अध्यक्ष पद पर शीघ्र नए नेता की ताजपोशी किए जाने की संभावना है। नए अध्यक्ष का चुनाव लोकसभा चुनाव को ध्यान में रखकर किया जाएगा। इसमें विकल्प के रूप में विपिन सिंह परमार, डाॅ. सिकंदर कुमार, बिक्रम सिंह और इंदु गोस्वामी के नाम प्रमुखता से उभरकर सामने आए हैं। पहले विकल्प के तहत यदि भाजपा राजनीतिक दृष्टि से सबसे बड़े जिला कांगड़ा से अध्यक्ष पद की नियुक्ति करती है तो उस स्थिति पूर्व विधानसभा अध्यक्ष एवं विधायक विपिन सिंह परमार, पूर्व मंत्री व विधायक बिक्रम सिंह व सांसद इंदु गोस्वामी के नाम उभरकर सामने आए हैं।
दावेदारों की फेहरिस्त में इनके नाम भी शामिल
वैसे भी पूर्व मुख्यमंत्री शांता कुमार के बाद कांगड़ा जिले से किसी नेता की अध्यक्ष पद पर ताजपोशी नहीं हुई है। दूसरे विकल्प के तहत यदि पार्टी दलित वर्ग से किसी को अध्यक्ष बनाती है तो उसमें सांसद डाॅ. सिकंदर कुमार व पूर्व मंत्री डाॅ. राजीव सहजल में से किसी का चयन कर सकती है। पूर्व में भाजपा के अध्यक्ष रहे डाॅ. राजीव बिंदल और सुरेश भारद्वाज के नाम भी दावेदारों की फेहरिस्त में शामिल हैं। इस तरह अध्यक्ष पद के लिए भाजपा के पास कई विकल्प मौजूद हैं। उल्लेखनीय है कि सुरेश कश्यप का कार्यकाल पहले ही समाप्त हो गया है। निकट भविष्य में यदि पार्टी उनको फिर से लोकसभा चुनाव के लिए अपना प्रत्याशी बनाती है तो उनको अपने संसदीय क्षेत्र में भी जनता को समय देना होगा। प्रदेशाध्यक्ष पद पर नए नेता की तैनाती के बाद संगठनात्मक स्तर पर फेरबदल संभव है। ऐसे में विधानसभा चुनाव में टिकट से वंचित रहे नेताओं को संगठन में अहम दायित्व सौंपा जा सकता है।