मंडी जिले में आत्महत्या के मामलों पर ब्रेक लगाएगी सुसाइड रोकथाम हैल्पलाइन
मंडी। मंडी जिले में सुसाइड के मामलों को कम करने के लिए मंडी पुलिस ने नई पहल शुरू की है। पुलिस आत्महत्या के मामलों में हैल्पलाइन नंबर के माध्यम से रोक लगाएगी। जिले में सुसाइड के मामले आने वाले समय में न बढ़ें, इसके लिए एसपी मंडी सौम्या सांबशिवन ने पहले ही सतर्क होकर किसी न किसी कारण से आत्महत्या के लिए कदम उठाने वालों की मदद करने के लिए कार्य करना शुरू किया कर दिया है। अब ऐसे लोगों की सहायता सुसाइड रोकथाम हैल्पलाइन से की जाएगी। यह सुसाइड रोकथाम हैल्पलाइन नंबर 155326 24*7 कार्य करेगा। वर्ष 2021 में आत्महत्या करने वालों का आंकड़ा मंडी जिले में 113 था।
इनमें 18 साल से कम आयु के 9 लोगों ने आत्महत्या की जबकि 18 से 60 साल के बीच में 67 पुरुष और 26 महिलाएं, जबकि 60 वर्ष की आयु से ऊपर 8 पुरुष और 3 महिलाएं शामिल थीं। वर्ष 2022 में मंडी जिले में 112 लोगों ने आत्महत्या की थी। इनमें 18 साल की आयु से नीचे 9 व्यक्ति और 18 से 31 साल के बीच में 62 पुरुष व 31 महिलाएं और 60 साल से अधिक आयु में 10 लोगों ने आत्महत्या की थी। मंडी जिले में इस वर्ष पुलिस विभाग में दर्ज आंकड़ों में 89 लोग अपनी इहलीला समाप्त कर चुके हैं। इनमें 4 व्यक्ति 18 वर्ष की आयु के बीच के हैं, जबकि 75 पुरुष-महिला 18 से 60 साल और 10 पुरुष व महिलाएं 60 साल की आयु के ऊपर के शामिल हैं। इस साल में आत्महत्या करने वालों में सबसे ज्यादा सरकारी और निजी क्षेत्र के कर्मचारी हैं। दूसरे नंबर पर किसान हैं। मंडी जिले में अब तक 26 प्रतिशत सरकारी और निजी क्षेत्र के कर्मचारी आत्महत्या कर चुके हैं, जबकि 25 प्रतिशत किसान, 16 प्रतिशत गृहिणियां, 9 प्रतिशत विद्यार्थी, 6 प्रतिशत बिजनैसमैन व सैल्फ इम्प्लाइज, 16 प्रतिशत अन्य और 2 प्रतिशत सेवानिवृत्त सरकारी कर्मचारी शामिल हैं।