राजकीय अध्यापक संघ ने शिक्षा बोर्ड की कार्यप्रणाली पर उठाए सवाल, किस आधार पर छह सितंबर से परीक्षाएं

हिमाचल राजकीय अध्यापक संघ राज्य अध्यक्ष नरेश महाजन ने शिक्षा बोर्ड की कार्यप्रणाली पर सवाल उठाते हुए कहा कि किस आधार पर फस्र्ट टर्म की बोर्ड परीक्षाएं छह सितंबर से, प्रेक्टिकल एग्जाम और 15 सितंबर से थ्योरी एग्जाम शुरू हो सकते हैं।

Update: 2022-08-26 02:36 GMT

फाइल फोटो 

जनता से रिश्ता वेबडेस्क। हिमाचल राजकीय अध्यापक संघ राज्य अध्यक्ष नरेश महाजन ने शिक्षा बोर्ड की कार्यप्रणाली पर सवाल उठाते हुए कहा कि किस आधार पर फस्र्ट टर्म की बोर्ड परीक्षाएं छह सितंबर से, प्रेक्टिकल एग्जाम और 15 सितंबर से थ्योरी एग्जाम शुरू हो सकते हैं। अब सवाल यह है कि बोर्ड द्वारा जारी अधिसूचना वाकई में परीक्षाओं हेतु है या फिर खाना पूर्ति है, क्योंकि 30 अप्रैल को पिछले सत्र की दूसरी टर्म की थ्योरी व प्रेक्टिकल परीक्षाएं खत्म हुई और बड़ी मुश्किल से 16 मई के आसपास कुछ बच्चे स्कूल आने शुरू हुए। कुछ महत्त्वपूर्ण विषयों का फस्र्ट टर्म का सिलेबस अभी तक खत्म नहीं हो पाया क्योंकि 16 मई से 20 जून तक नियमित कक्षाएं चली इसमें भी 12 अवकाश थे। मानसून छुट्टियों से पहले मात्र 22 दिन की कक्षाएं लग पाई थी। अब जबकि छह सितंबर से नए सत्र की पहली टर्म की बोर्ड परीक्षाएं शुरू होने जा रही है।

पहली अगस्त से छह सितंबर तक कुल 37 कार्य दिवस हैं जिनमें से 15 सार्वजनिक अवकाश है। साथ ही स्कूलों में खेलों का दौर चला हुआ है जबकि सात सितंबर तक जिला स्तरीय खेलों का आयोजन चलता रहेगा। दूसरी तरफ संघ राज्य प्रवक्ता प्रवीण शर्मा ने राज्य अध्यक्ष नरेश महाजन का समर्थन करते हुए कहा कि वाकई में शिक्षा बोर्ड की बच्चों के साथ बेईमानी है क्योंकि अधिकतर बच्चे देरी से दाखिल हुए और अभी भी 30 अगस्त तक दाखिल होने की तिथि बाकी है। ऐसे में शिक्षा बोर्ड पुन: विचार करे और छात्र हित में परीक्षा तिथि आगे के लिए बढ़ाई जाए।
Tags:    

Similar News

-->