केलांग। कृषि एवं पशुपालन मंत्री प्रो. चंद्र कुमार ने केलांग में निर्मित मृदा परीक्षण प्रयोगशाला एवं कृषि विक्रय केंद्र भवन का उद्धघाटन कर जनता को समर्पित किया। यह भवन करीब 75 लाख रुपए से तैयार किया गया है। मिट्टी की उर्वरकता जानने के लिए जनजतीय किसानों को मिट्टी परीक्षण के लिए अब 200 किमी दूर कुल्लू का रुख नहीं करना पड़ेगा। केलांग में 75.07 लाख रुपए की लागत से निर्मित मृदा परीक्षण प्रयोगशाला एवं कृषि विक्रय केंद्र भवन का उद्धघाटन कर कृषि मंत्री प्रोफेसर चंद्र कुमार ने शनिवार कोजनता को समर्पित किया। इससे पहले लाहुल के किसानों को खेतों की मृदा परीक्षण के लिए लगभग 200 किमी दूर कुल्लू पहुंचना पड़ता था। अब यह परीक्षण केलांग में ही हो सकेगा। वहीं शनिवार को कृषि मंत्री ने केलांग में कृषि मेले का भी शुभारंभ किया। कृषि मंत्री ने कहा कि कांग्रेस सरकार हिमाचल में कृषि क्षेत्र में करोड़ों रुपए खर्च कर किसानों को अत्याधुनिक उपकरण उपलब्ध करवा रही है। विधायक रवि ठाकुर ने कहा कि भवन के अभी 2 मंजिला और बनने हैं। जहां पर किसानों के लिए रहने और कार्यशाला की सुविधा उपलब्ध होगी। इससे पहले केलांग पहुंचने पर कृषि मंत्री का लोगों ने भव्य स्वागत किया। कहा कि इस प्रयोगशाला के खुलने से लाहुल के हजारों किसान घाटी में ही अपने खेतों और बगीचों का मिट्टी परीक्षण कर सकेंगे। जिला कृषि अधिकारों डॉक्टर गगन प्रदीप ने कहा कि प्रयोगशाला बनने से जनजातीय किसानों को फायदा मिलेगा।