शिमला। हिमाचल प्रदेश के ऊंचाई वाले और जनजातीय इलाकों में हुई ताजा बर्फबारी की वजह से तीन राष्ट्रीय राजमार्ग सहित 350 से अधिक सड़कें यातायात के लिए बंद हो गई हैं। अधिकारियों ने मंगलवार को यह जानकारी दी। उन्होंने कहा कि पिछले 24 घंटों में, बर्फबारी के कारण बंद 450 से अधिक सड़कों में से 140 को खोल दिया गया है। उन्होंने कहा कि 357 सड़कें अभी भी बंद हैं। अधिकारियों ने कहा कि लाहौल- स्पीति में सबसे अधिक 154 सड़कें, शिमला में 86, किन्नौर में 73, कुल्लू में 26, चंबा में 13, मंडी में तीन और कांगड़ा जिले में दो सड़कें अवरुद्ध हैं। राज्य आपातकालीन संचालन केंद्र के आंकड़ों के अनुसार, राज्य भर में 540 ट्रांसफार्मर और 34 जलापूर्ति योजनाएं भी बाधित हुईं। लोक निर्माण विभाग के अधिकारियों ने बताया कि बर्फबारी वाले इलाकों में सड़कों पर से बर्फ हटाने के लिए कर्मियों और मशीनों को तैनात किया गया है।
वे पूरी क्षमता से काम कर रहे हैं। उन्होंने बताया कि किन्नौर जिले के पूह और काल्पा में क्रमश: 11 और 8.6 सेंटीमीटर बर्फबारी हुई है। वहीं शिमला के खादराला में छह सेंटीमीटर, लाहौल-स्पीति के कुकुमसेरी और केलांग में क्रमश: 4.8 सेंटीमीटर और तीन सेंटीमीटर बर्फबारी हुई है। अधिकारियों ने बताया कि मध्य और कम ऊंचाई वाले इलाकों में बारिश हुई और चंबा में सबसे अधिक 55.5 मिलीमीटर बारिश दर्ज की गई है। इसके बाद धर्मशाला में 25.3 मिमी, कांगड़ा में 20.6 मिमी, मनाली में नौ मिमी और पालमपुर में 6.6 मिमी बारिश हुई है। उन्होंने बताया कि क्षेत्र में इस मौसम की सामान्य बारिश 85.3 मिमी के मुकाबले 86.2 मिमी बारिश हुई है जो एक प्रतिशत अधिक है। स्थानीय मौसम विज्ञान केंद्र का पूर्वानुमान है कि दो फरवरी को मध्यम और अधिक ऊंचाई वाले पहाड़ी इलाकों के कुछ हिस्सों में बारिश या बर्फबारी हो सकती है। इसके अलावा चार फरवरी तक राज्य में मौसम शुष्क रहने की संभावना जताई गई है। शिमला और किन्नौर के सेब उत्पादक इस बर्फबारी से खुश हैं क्योंकि उनका मानना है कि इससे फसल को लाभ होगा।