हिमाचल सहित 35 जगहों पर एसआईटी के छापे, कई महत्वपूर्ण दस्तावेज हाथ लगे

Update: 2023-10-08 09:10 GMT
हमीरपुर। क्रिप्टो करंसी के नाम पर हुई करोड़ों की ठगी मामले की जांच के लिए गठित एसआईटी ने शनिवार को हिमाचल प्रदेश सहित पंजाब व चंडीगढ़ में 35 स्थानों पर दबिश दी। इस दौरान विशेष जांच दल की ओर से मामले में कांगड़ा, मंडी, ऊना, चम्बा, हमीरपुर, बिलासपुर, शिमला और बद्दी में स्थित आरोपियों व संदिग्धों के आवासीय परिसरों में तलाशी ली गई। इसके अलावा पंजाब और चंडीगढ़ में भी तलाशी अभियान चलाया गया। तलाशी के दौरान एसआईटी के हाथ मामले से संबंधित महत्वपूर्ण साक्ष्य लगे हैं। एसआईटी ने दस्तावेज व संपत्ति रिकॉर्ड सहित मोबाइल फोन और अन्य डिजिटल उपकरणों को जब्त किया है। कुछ वाहनों को भी जब्त किया गया है। ठगी मामले में आय से संबंधित विभिन्न विवरण प्राप्त किए हैं। एसआईटी के अनुसार तलाशी के दौरान एकत्र किए गए सबूत क्रिप्टो मुद्रा घोटाले की जांच में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएंगे। प्रदेश के डीजीटी क्वाइन क्रिप्टो करंसी के नाम पर हुई करोड़ों रुपए की ठगी की राशि के तार सीधे तौर पर खालिस्तानी फंडिंग से जुड़ रहे हैं। इसके बाद एजैंसियां सतर्क हो गईं। यह भी पता चला है कि इससे पूर्व मंडी जिले के ठगी का शिकार हुए कुछ लोगों ने केंद्रीय मंत्री रामदास अठावले से मिलकर उन्हें स्थिति की जानकारी दी थी। अठावले ने यह मामला प्रदेश सरकार के ध्यान में लाया, जिसके पश्चात प्रदेश सरकार ने कड़ी कार्रवाई के निर्देश दिए।
खालिस्तानी फंडिंग से जुड़े क्रिप्टो करंसी के नाम पर हुई ठगी के आरोप में गिरफ्तार नादौन की नौहंगी पंचायत के कुठियाणा गांव से सुनील कुमार के घर पर नादौन पुलिस ने एसएचओ कुलदीप कुमार पटियाल के नेतृत्व में छापेमारी की। छापेमारी के दौरान पुलिस ने अलग-अलग एफडीआर, इंश्योरैंस की पॉलिसी, विदेशी करंसी के 15 डॉलर, 3 जंकी, 5 थाईलैंड के नोट व 34 विदेशी सिक्के बरामद करके कब्जे में ले लिए हैं। इसके अलावा डायरी जिनमें कई जानकारियां हैं, उसे भी कब्जे में ले लिया है। इसके पश्चात एसआईटी द्वारा जारी किए सर्च वारंटों के आधार पर स्थानीय पुलिस ने जिला हमीरपुर के अणु कलां व बिझड़ी क्षेत्र में छापामारी की। मामले में संलिप्त प्रवीण काहलों निवासी गांव बल्ह बिहाल तहसील बिझड़ी व संजय सकलानी निवासी अणु कलां के घरों पर तलाशी ली गई। संजय से पुलिस ने मामले को लेकर पूछताछ की है जबकि प्रवीण का घर बंद था तथा उसके घर की तलाशी नहीं ली गई।इसके अलावा विशेष जांच दल ने क्रिप्टो मामले में मंडी जिला के आरोपी सुखदेव ठाकुर के कौंसल स्थित पैतृक घर में दबिश दी और परिजनों से पूछताछ की। 6 सदस्यीय टीम ने सुखदेव की माता व पत्नी के बयान दर्ज किए। उसके बेटा-बेटी राज्य से बाहर पढ़ाई करते हैं। दूसरी ओर धर्मपुर पुलिस की एक टीम थाना प्रभारी रजनीश ठाकुर की अगुवाई में आरोपी संजय सकलानी के घर छपाणु पहुंची और उसके पिता भूरी सिंह से पूछताछ की।
बता दें कि सुनील कुमार पुलिस विभाग में नौकरी करता था। उसके बाद रिटायरमैंट लेकर क्रिप्टो करंसी के लिए काम करता था। सुनील कुमार के पकड़े जाने के बाद चर्चा है कि नादौन के लोगों ने करोड़ों रुपए क्रिप्टो करंसी में इन्वैस्ट किए हैं। काबिलेगौर है कि सुनील कुमार को सितम्बर महीने में जीरकपुर पुलिस ने इस आरोप में गिरफ्तार किया था, जो अभी तक जेल की सलाखों के पीछे ही है। इसी दौरान पालमपुर से भी एक व्यक्ति को पुलिस ने गिरफ्तार किया था। एसपी हमीरपुर डाॅ. आकृति शर्मा ने मामले की पुष्टि करते हुए बताया कि पुलिस मामले की छानबीन कर रही है। अभी कुछ भी कहा नहीं जा सकता है तथा शीघ्र ही मामले का खुलासा किया जाएगा। इसी मामले में देश छोड़ फरार हो चुके क्रिप्टो करंसी किंगपिन मंडी के सराज निवासी सुभाष शर्मा को भारत वापस लाने की तैयारी शुरू हो गई है। एसआईटी ने इस दिशा में काम शुरू कर दिया है। भगौड़े सुभाष शर्मा को रैड कॉर्नर नोटिस जारी कर वापस लाया जाएगा। इसके लिए केंद्रीय जांच एजैंसियों की मदद ली जाएगी। राज्य के गृह मंत्रालय के जरिए जल्द केंद्रीय विदेश मंत्रालय से संपर्क साधा जाएगा। सूत्र बताते हैं कि पुलिस ने देश छोड़ भागे सुभाष शर्मा की लोकेशन पता लगा ली है। बताया जा रहा है कि दुबई में छिपा हुआ है। मंडी साइबर पुलिस थाना में अब तक 40 शिकायतें मिल गई हैं, जिनमें 1000 से ज्यादा लोगों से अनुमानित 25 करोड़ रुपए की ठगी हुई है।
क्रिप्टो करंसी के जरिए जालसाजी करने वालों के विरुद्ध गठित एसआईटी के बाद जिला ऊना के लोग भी खुलकर अपनी दास्तां बयान करने लगे हैं। फिलहाल उपमंडल गगरेट के टटेहड़ा गांव के लोगों ने क्रिप्टो करंसी के जरिए उनके साथ हुई जालसाजी को लेकर मुंह खोला है। इसकी बाकायदा गगरेट पुलिस के पास शिकायत भी की गई है। डीएसपी अम्ब डाॅ. वसुधा सूद ने बताया कि गगरेट पुलिस के पास इसे लेकर शिकायत आई है, जिसे एसआईटी को फॉरवर्ड किया जा रहा है। उपमंडल गगरेट के टटेहड़ा गांव के कैलाश नाथ व अन्य ने बताया कि उनके पड़ोस के गांव मवासिंधियां का एक व्यक्ति व उनके गांव का ही एक व्यक्ति उनके पास आया और उन्हें क्रिप्टो करंसी के माध्यम से एक साल में पैसे दोगुने करने के सब्जबाग दिखाए गए। वर्ष 2019 से चल रहे इस मामले के शिकार कई पुलिस अधिकारी, कर्मचारी, नेता व अन्य लोग हुए हैं। नादौन क्षेत्र में भी लोगों के करोड़ों रुपए डूबने की आशंका है। नादौन, बटरान, नौहंगी व धनेटा क्षेत्र के कई नेता भी ठगी का शिकार हुए हैं। कुछ लोगों ने तो 50 लाख रुपए तक की राशि इसमें लगा रखी है। पुलिस महानिदेशक संजय कुंडू ने कहा कि एक साथ दी गई दबिश के दौरान जब्त किया गया रिकार्ड व मोबाइल फोन सहित डिजिटल उपकरण इस मामले की जांच में मददगार साबित होंगे।
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